मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को कोटकपुरा में डेरा प्रेमी की हत्या के मामले को जल्द से जल्द सुलझाने का आदेश दिया ताकि दोषियों को कानून के अनुसार अनुकरणीय सजा दी जा सके. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस घटना की विस्तृत जानकारी मुख्यमंत्री को दी. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इस संवेदनशील मामले की पुलिस द्वारा हर पहलू से जांच की जा रही है और मामले को बिना किसी पक्षपात के कानूनी निष्कर्ष तक पहुंचाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि किसी भी आपराधिक घटना को जाति या धर्म के संकीर्ण नजरिए से नहीं देखा जा सकता और इस अपराध को अंजाम देने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा, ‘ऐसी घटनाओं के जरिए हमारे सदियों पुराने भाईचारे, सांप्रदायिक सौहार्द, आपसी प्रेम और एकता के मजबूत बंधनों को नष्ट करने के लिए घटिया हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा. मैं पंजाब के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सरकार हर हाल में शांति बनाए रखेगी और दुश्मन ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देगी।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को राज्य भर में नाकेबंदी और शहरों में पुलिस की प्रतिनियुक्ति पर जोर देने के साथ ही लाइसेंसी आग्नेयास्त्रों की समीक्षा करने के आदेश भी दिए ताकि पता लगाया जा सके कि ऐसी आपराधिक गतिविधियों में आग्नेयास्त्रों का प्रयोग होता है. कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए भगवंत मान ने पुलिस बल को और अधिक तैयार करने के लिए पुलिस बल को आधुनिक तर्ज पर प्रशिक्षित करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के पुलिस बल की पृष्ठभूमि उत्कृष्ट है, जिसने आतंकवाद के काले दौर का बहादुरी से सामना किया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने अतीत में कई संवेदनशील मामलों को अपनी पेशेवर सूझबूझ से सुलझाया है। उन्होंने कहा कि राज्य के शांतिपूर्ण माहौल में कड़वाहट पैदा करने की कोशिश करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी.