इस वर्ष 4 मार्च को फुलेरा दूज है. आप सभी को बता दें कि फुलेरा दूज पर्व को भगवान श्री कृष्ण के भक्त बड़े ही उत्साह से मनाते हैं. जी हाँ और इस बार ‘शुभ, सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि’ योग में यह पर्व मनाया जाएगा. जी दरअसल यह संयोग शुभ कामों के लिए उत्तम माने गए हैं. इस दिन कृष्ण भक्त राधा रानी और श्री कृष्ण गुलाल लगाकर, उनका राधा संग पूजन करके, प्रसाद, भजन, कीर्तन, फूलों से श्रृंगार आदि करके प्रेमपूर्वक राधा-कृष्ण की आराधना करते है. अब आज हम आपको बताते हैं शुभ मुहूर्त एवं पूजन की सबसे आसान विधि.
फुलेरा दूज विधि- फुलेरा दूज के दिन प्रात: स्नानादि करके पूजा स्थल की सफाई करें. अब इसके बाद मालती, पलाश, कुमुद, गेंदा, गुलाब, हरश्रृंगार आदि फूलों को एकत्रित कर लें. इसके बाद राधा जी और श्री कृष्ण की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. इसके बाद भूमिकाी, कुमकुम, फूल, अक्षत, चंदन, धूप, दीप, आदि से पूजन करें. अब सुगंधित पुष्प, द्रव्य और अबीर-गुलाल अर्पित करें. इसके बाद राधा जी और भगवान श्री कृष्ण को फूल अर्पित करें. अब राधा जी और भगवान श्री कृष्ण को सुगंधित फूलों से सजाएं तथा फूलों से होली खेलें. अब इसके बाद प्रसाद में मौसमी फल, सफेद मिठाई, पंचामृत और मिश्री अर्पित करें. ध्यान रहे इस दौरान राधा-कृष्ण के मंत्रों का जाप करें. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि राधा-कृष्ण के पूजन के लिए शाम का समय भी सबसे उत्तम बताया जाता है. वहीं आप चाहे तो शाम को पुन: स्नान रंगीन कपड़ा धारण करके राधा-रानी का पुन: श्रृंगार कर सकते हैं. अंत में आरती करें, फल, मिठाई और श्रृंगार सामग्री अर्पित करें.
फुलेरा दूज 2022 पूजा मुहूर्त-
फुलेरा दूज तिथि- फाल्गुन शुक्ल द्वितीया
– दिन गुरुवार, 3 मार्च, 2022 को रात 09:36 मिनट से द्वितीया तिथि प्रारंभ
– दिन शुक्रवार, 4 मार्च 2022 को रात 8:45 मिनट पर द्वितीया तिथि की खत्मि.
– उदयातिथि- 4 मार्च 2022, फुलैरा दूज पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा.
– फुलेरा दूज पर योग-संयोग- ‘शुभ’ योग 4 मार्च को रात 1:45 मिनट तक.
– ‘सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग’- रात 1:52 मिनट से अगले दिन प्रात: 6:42 मिनट तक.