गुजरात में सूरत में रहने वाली 8वीं कक्षा की एक छात्रा ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। बच्ची के परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर को बेटी की मौत का जिम्मेदार बताया है। परिवार का आरोप है कि फीस बकाया होने के चलते स्कूल प्रशासन ने बेटी को लगातार दो दिनों तक शा
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दो दोनों तक बाथरूम के पास खड़ा रखा
मृतक छात्रा भावना (14 वर्ष) की फाइल फोटो।
गोडादरा इलाके की प्रियंका नगर सोसायटी में रहने वाले मृतक छात्रा के पिता राजू खटीक ने कहा कि मेरी बेटी भावना (14 वर्ष) को मकर संक्रांति से पहले एग्जाम में नहीं बैठने दिया गया था। दो दिन पहले वह घर आकर रोने लगी। उसने मुझे फीस बकाया होने के बारे में बताया। मैंने स्कूल में फोन करके अगले महीने फीस भरने का कहा था। इसके बावजूद उसे रोज टॉर्चर किया जा रहा था
परिवार घर लौटा तो फंदे पर लटकता पाया
दिव्य भास्कर से बात करते हुए बच्ची के पिता राजू खटीक।
सोमवार को परिवार एक रिश्तेदार के घर गया हुआ था। इसी दौरान स्कूल से आने के बाद दोपहर को भावना ने घर में पंखे से लटककर सुसाइड कर लिया। शाम को जब परिवार घर लौटा तो भावना को पंखे से लटकता पाया। बच्ची को तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
ऑटो चालक हैं बच्ची के पिता
बेटी की मौत से घर में पसरा मातम।
राजू खटीक के परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। राजूभाई ऑटो रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इनमें बड़ी बेटी भावना गोडादरा में स्थित आदर्श पब्लिक स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती थी। छात्र के माता-पिता द्वारा स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाने के बाद आत्महत्या के मामले में शिक्षा विभाग और पुलिस द्वारा आगे की जांच की जा रही है।