सीएम भूपेंद्र पटेल ने भी पतंगबाजी में हाथ आजमाया।
गुजरात की विशिष्ट पहचान अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 11 जनवरी से अहमदाबाद में धूमधाम से शुरू हो गया है। अहमदाबाद रिवरफ्रंट पर आयोजित पतंग महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पतंगबाजी में भी हाथ आजमाया।
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इस पतंग महोत्सव में भाग लेने के लिए देश के 11 राज्यों से 52 और 47 देशों से 143 पतंगबाज पहुंचे हैं। इस दौरान अहमदाबाद रिवरफ्रंट के आसमान पर रंग-बिरंगी पतंगें नजर आईं। इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी अपने बच्चों के साथ पहुंचे। वहीं गुजरात यूनिवर्सिटी में अध्यनरत कजाकिस्तान का छात्र भी पहुंचा था।
इंडोनेशिया की सैकड़ों साल पुरानी पतंग भेंट कीं इंडोनेशियाई पतंगबाजों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को सैकड़ों साल पुरानी पतंग भेंट की। उन्होंने बताया कि यह पतंग इंडोनेशिया के एक द्वीप पर बनाई गई थी।
हवा नहीं चलने की वजह से पतंग उड़ाने वाले निराश रहे डेनमार्क से आई एम्मा नामक युवती ने बताया कि पतंग महोत्सव का आयोजन बहुत अच्छा है। इसकी आयोजन बहुत बड़े स्थान पर बनाई गई है। हालांकि हवा नहीं चलने की वजह से वह पतंग उड़ाने का लुत्फ नहीं उठा सकी।
विदेश से आए हैं 143 पतंगबाज राज्य सरकार के अनुसार इस साल के महोत्सव में 47 देशों के 143 पतंगबाज और भारत के 11 अन्य राज्यों के 52 पतंगबाज भाग ले रहे हैं। इसके अलावा, गुजरात के 11 शहरों के 417 पतंगबाज भी भाग ले रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2025 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बेलारूस, बेल्जियम, भूटान, ब्राजील, बुल्गारिया, कंबोडिया, कनाडा, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, डेनमार्क, मिस्र, एस्टोनिया, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इटली, इजरायल, जापान, कोरिया गणराज्य, लेबनान, लिथुआनिया, माल्टा, मैक्सिको, नीदरलैंड, फिलीपींस, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, रूस, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्विट्जरलैंड, तुर्की, यूक्रेन, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम जैसे देशों के प्रतिभागी भाग लेंगे।
सूरत में अडाजण रिवरफ्रंट पर होगा महोत्सव राज्य पर्यटन विभाग, सूरत मनपा और जिला प्रशासन की संयुक्त पहल पर सोमवार सुबह 8 बजे अडाजण रिवरफ्रंट के निकट मैदान में अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष कुल 75 पतंगबाज पतंग महोत्सव में भाग लेंगे, जिनमें 13 देशों के 34, दिल्ली, बिहार, कर्नाटक और केरल के 11 तथा गुजरात के 30 पतंगबाज शामिल हैं।
उत्तरायण के दो दिनों में बढ़ सकती हैं दुर्घटनाएं 108 आपातकालीन सेवा के मुख्य परिचालन अधिकारी जसवंत प्रजापति ने बताया कि उत्तरायण और वासी उत्तरायण के दो दिवसीय उत्सव के दौरान किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले से तैयारियां और पूर्वानुमान कर लिए जाते हैं। उत्तरायण के दो दिवसीय त्यौहार के दौरान, गुजरात में आम तौर पर वाहन दुर्घटनाएं, छतों से गिरने, पतंगों के हाथों और गर्दन पर लगने, हमले और विशेष रूप से बिजली के झटके के कारण चोट लगने की घटनाएं देखने को मिलती हैं।