चाेरी के आराेपी नाबालिग से सच उगलवाने के लिए पुलिस ने प्रताड़ना की सारी हदें पार कर डाली। पुलिस ने 15-16 वर्षीय बालक के मुंह में अंगारे डाल दिए। पूछताछ के नाम पर अंगाराें से भरा टिफिन उसके पेट पर रख दिया, जिससे नाभि से नीचे पेट का हिस्सा भी जल गया। हैरानी की बात यह भी है कि पुलिस ने नाबालिग काे 6 दिन तक थाने में रखा और चाेरी की वारदात कबूल कर लेने पर किशोर न्याय बोर्ड सदस्य के सामने पेश किया। काेतवाली पुलिस पर यह गंभीर आराेप खुद नाबालिग ने लगाए हैं। पीड़ित नाबालिग ने अब इसकी किशाेर न्याय बाेर्ड में शिकायत की है।
शहर से सटे एक गांव के रहने वाले आराेपी नाबालिग ने किशाेर न्याय बाेर्ड काे लिखी चिट्ठी में आराेप लगाया है कि उसे 5 अप्रैल काे काेतवाली पुलिस पकड़कर थाने लाई, जहां चाेरी के बारे में जानकारी पता करने के लिए उससे मारपीट की। सच उगलवाने के लिए शरीर पर अंगारे डाले।गौरतलब है कि 5 फरवरी को नाबालिग ने चोरी के बाद सीसीटीवी के सामने पुलिस को चुनौती देते हुए अश्लील हरकतें की थी। इसे लेकर भी पुलिस में आक्रोश व्याप्त था।
5 फरवरी काे मधुबन काॅलाेनी में चाेरी हुई थी। पीड़ित खेमुद्दीन मेवाफराेश ने शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें घर से साेने-चांदी के जेवर और करीब साढ़े 3 लाख रुपए चाेरी हाेना बताया था। इस केस में 2 बालिग और 2 नाबालिग आराेपी है। पुलिस पहले ही एक आराेपी काे गिरफ्तार व एक नाबालिग काे डिटेन कर चुकी है, जबकि दूसरे नाबालिग काे मंगलवार काे काेर्ट में पेश किया। एक आराेपी अभी भी फरार है।
रतनसिंह, सीआई, काेतवाली ने का की चाेरी का आराेपी है। दाे आरोपी पकड़े थे, जिसमें से एक रिमांड पर था। नाबालिग को डिटेन किया था। आराेप निराधार हैं। अपराधी है, कुछ भी आराेप लगा सकता है। मुझे इसकी जानकारी नहीं है।