- मालिक के कहने पर खदान में घुसे थे दोनों
- खदान से करीब 7-8 टन कोयला, फावड़ा और कुल्हाड़ी जब्त
- सुप्रीम न्यायालय ने जुलाई 2019 में हटाया था बैन
मेघालय के पश्चिम खासी पवर्तीय जिले में गैर कानूनी कोयला खदान में फंसने से एक मजदूर की मृत्यु हो गई. मुद्दे में खदान के मालिक को अरैस्ट किया गया है. पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एक अन्य खनिक घायल भी हुआ है.
खदान में फंस गए थे दोनों
पुलिस अधीक्षक (SP) एच जी लिंगदोह ने बताया कि उरक गांव से सटे जंगलों के अंदर स्थित इस खदान में 2 घंटे की पैदल यात्रा के बाद ही पहुंचा जा सकता है. उन्होंने बोला कि गुरुवार रात कोयला खदान में घुसे दो आदमी खदान का एक हिस्सा गिरने से अंदर फंस गए. लिंगदोह ने बताया कि उनमें से एक 32 वर्षीय लेपेंड्रो संगमा की खदान के अंदर मृत्यु हो गई, जबकि दूसरे आदमी हेंडिड मोमिन (33) को शुक्रवार को बचा लिया गया.
मालिक के निर्देश पर खदान में घुसे थे दोनों
अधीक्षक ने बताया कि मोमिन को गंभीर चोटें आई हैं, जिसका हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है. लिंगदोह ने मीडिया को बताया, “हमने खदान मालिक हुबाथ आर संगमा को अरैस्ट किया है, जो शालांग क्षेत्र के सोंगसाक गुराकलम गांव का निवासी है. पुलिस ने खदान से करीब 7-8 टन कोयला, फावड़ा और कुल्हाड़ी बरामद की है.” अधीक्षक के अनुसार, उत्तरी गारो पर्वतीय क्षेत्र के दोनों निवासी खनिक मालिक के निर्देश पर खदान में घुसे थे.
सुप्रीम न्यायालय ने जुलाई 2019 में हटाया था बैन
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने 2014 में खनिकों की सुरक्षा और पर्यावरण के संरक्षण के लिए मेघालय में अवैज्ञानिक ढंग से कोयले के खनन पर बैन लगा दिया था. उच्चतम न्यायालय ने जुलाई 2019 में बैन हटा लिया था. सीएम कोनराड संगमा ने मार्च में विधानसभा को बताया था कि राज्य में वैज्ञानिक ढंग से कोयला खनन इसी वर्ष प्रारम्भ होने की आशा है.
पिछले महीनों झारखंड में भी हुई थी मौत
कुछ महीने पहले झारखंड के धनबाद जिले में चाल धंसने से 2 श्रमिकों की मृत्यु हो गयी थी. जिले के निरसा थाना क्षेत्र के कापासारा आउटसोर्सिंग में मजदूर जैसे ही कोयल खनन करने के लिए खदान के मुहाने में घुसे थे. इस दौरान अचानक चाल धंस गई, जिसमे दो लोगों की मृत्यु हो गई थी. बताया गया था कि घटना के बाद मलबे से मृत शरीर को निकालकर उनके साथी लेकर फरार हो गए थे. हादसे में जिनकी दो लोगों की मृत्यु हुई थी उनमें से एक कमारडीह और दूसरा मुग़मा क्षेत्र का रहने वाला था.