प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ उनकी सजा के खिलाफ एक अदालत में अपील दायर करने के लिए सोमवार को सूरत जाने के लिए तैयार हैं, तब भारतीय जनता पार्टी ने सवाल किया कि कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार को पार्टी नेतृत्व से समान समर्थन क्यों नहीं मिला जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का मुकाबला करने के लिए भाजपा तैयार है। इस बीच पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जब पीवी नरसिम्हा राव के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, तो कोई उपद्रव नहीं हुआ था, लेकिन अगर बात आती है राहुल गांधी की… तो कानून बदल जाता है। जब डीके शिवकुमार पर कार्रवाई की गई तो राहुल और प्रियंका गांधी ने कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं की।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने ‘मोदी सरनेम’ वाले बयान को लेकर आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के खिलाफ अदालत में अपील दायर करने के लिए सोमवार को गुजरात के सूरत शहर में होंगे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य केसी वेणुगोपाल और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी सूरत में होंगे। राहुल गांधी अदालत में जाने वाले है तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के भी सूरत में होने की संभावना है।
संबित पात्रा ने कहा, “राहुल गांधी, उनके परिवार के सदस्य, सीएम अशोक गहलोत और भूपेश बघेल सूरत जा रहे हैं और अपील के फैसले के नाम पर हंगामा मचा रहे हैं… क्या वे न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं?”
कथित रूप से ओबीसी समुदाय का अपमान करने के लिए गांधी की आलोचना करते हुए, भाजपा नेता ने कहा, “क्या आप (राहुल गांधी) आज सूरत जाकर ओबीसी समुदाय के घावों पर नमक लगाने का काम नहीं कर रहे हैं? आपने कोर्ट से कहा कि मैं राहुल हूं, मैं माफी नहीं मांगूंगा। इतना अहंकार क्यों राहुल जी? दो R कभी एक साथ नहीं चल सकते… राहुल और रिस्पोंसिबिलिटी।”
उन्होंने कहा, “भाजपा स्पष्ट रूप से राहुल को यह बताना चाहती है कि वह ओबीसी समुदाय को हल्के में नहीं ले सकते, आप न तो आपत्तिजनक टिप्पणी कर सकते हैं और न ही उन्हें गाली दे सकते हैं। वह अपने इन दुर्भाग्यपूर्ण कार्यों के बाद न्यायिक प्रक्रियाओं पर सवाल नहीं उठा सकते हैं।”