रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) एक बार फिर लोगों को झटका दे सकता है। कहा जा रहा है कि रिजर्व बैंक अगले महीने होने वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। देश में खुदरा महंगाई दर 6 फीसदी से ऊपर है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व सहित अन्य केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों पर अपना आक्रामक रुख बरकरार रखा है। ऐसे में रिजर्व बैंक भी रेपो रेट में बढ़ोतरी जारी रख सकता है।
25 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी संभव है
जानकारों का मानना है कि मौद्रिक नीति बैठक में आरबीआई दर में 25 आधार अंकों तक की वृद्धि कर सकता है। अप्रैल में मौद्रिक नीति की बैठक में, समिति उच्च खुदरा मुद्रास्फीति दर और विकसित देशों के केंद्रीय बैंकों, विशेष रूप से यूएस फेडरल रिजर्व, यूरोपीय सेंट्रल बैंक और बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा किए गए उपायों पर विचार करेगी।
कर्ज पर अधिक ब्याज देना पड़ेगा
अगर रिजर्व बैंक अगली एमपीसी बैठक में एक बार फिर रेपो दर में 0.25 फीसदी या 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करता है तो यह बढ़कर 6.75 फीसदी हो जाएगी। यह फैसला जनता पर कर्ज का बोझ बढ़ाने वाला साबित होगा। रेपो दर में वृद्धि के कारण, गृह ऋण, कार ऋण और व्यक्तिगत ऋण सहित सभी प्रकार के ऋण अधिक महंगे हो जाएंगे और आपको पहले से कहीं ज्यादा ईएमआई चुकानी होगी।
गौरतलब है कि मई 2022 से अबतक रेपो रेट में 2.50 फीसदी का इजाफा किया जा चुका है। एमपीसी की द्विमासिक समीक्षा बैठक 3 अप्रैल 2023 से शुरू होने वाली है। 3 दिनों तक चलने वाली यह बैठक 6 अप्रैल को नीतिगत दर संबंधी फैसले के साथ खत्म होगी। इस बैठक में नीति से जुड़े तमाम घरेलू एवं इंटरनेशनल पहलुओं की व्यापक समीक्षा के बाद कोई फैसला लिया जाएगा।