केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को कहा कि शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की विरासत को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आगे बढ़ाएंगे और राज्य की जनता भी इसमें उनके साथ है। उल्लेखनीय है कि, चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना गुट को मूल शिवसेना घोषित करने के साथ पार्टी का चुनाव चिन्ह तीर-धनुष के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। इससे उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा है। वास्तव में उनके पिता ने 1966 में शिवसेना संस्थान की स्थापना की थी।
डबल इंजन सरकार ने महाराष्ट्र के विकास पर ध्यान दिया
रविवार को केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से कहा कि, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बालासाहेब ठाकरे की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। महाराष्ट्र के लोग उनके और वहां की भाजपा-शिवसेना सरकार के साथ हैं। सिंधिया ने यह भी कहा कि, दो इंजन वाली सरकारें (शिंदे और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार) यह सुनिश्चित कर रही हैं कि महाराष्ट्र एक बार फिर विकास की ओर आगे बढ़े। पिछले साल जून में शिंदे के तख्तापलट के बाद ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। इसके बाद बीजेपी के समर्थन से एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का नया सीएम बनाया गया।
नई आबकारी नीति की सराहना की
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने मध्य प्रदेश की नई आबकारी नीति का समर्थन करते हुए कहा कि शराब पर प्रतिबंध होना चाहिए ताकि शराब से होने वाली दिक्कतों को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा, शराब एक ऐसी बीमारी है जो इंसान को पूरी तरह से खत्म कर देती है और इसलिए इसके इस्तेमाल पर रोक लगाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। यह सबके हित में है, खासकर महिलाओं के हित में है।