मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक आरटीआई एक्टिविस्ट बैंड बाजा और बैलगाड़ी से RTI के तहत मिली 900 पेज की जानकारी लेने पहुंचा। जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल, बैराड़ के आरटीआई एक्टिविस्ट माखन धाकड़ माखन ने नरग परिषद कार्यालय से पीएम आवास से जुड़ी जानकारी मांगी थी। लेकिन शुल्क जमा कराने के बाद भी जानकारी नहीं दी गई। वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करने के बाद करीब 9 हजार पेज की जानकारी के लिए उससे करीब 25 हजार रुपए जमा करवाए गए। इतने पैसे की व्यवस्था न होने पर एक्टिविस्ट ने कर्ज लेकर पैसे जमा किए। इतने संघर्ष के बाद जब जानकारी मिली तो माखन नगर परिषद कार्यालय बैलगाड़ी से पहुंचे। पेज गिनने के लिए चार अपने मित्रों को साथ ले गए, जिन्हें गिनने में दो घण्टे लग गए। फिर सिर पर कागज लेकर माखन ने स्वयं बैलगाड़ी में रखे और ढोल नगाड़ों के साथ रवाना हुए। बाजार में इस अजीब तरह के जश्न की चर्चा आमजन में बनी हुई है।
बता दें कि आरटीआई एक्टिविस्ट माखन धाकड़ ने नगर परिषद बैराड़ से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ी जानकारियां चाही थी, जो आज काफ़ी संघर्ष के बाद उसे मिली। माखन धाकड़ ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्होंने यह आवाज 2 महीने पहले उठाई थी। नगर परिषद के कर्मचारी ने जानकारी देने से मना कर रहे थे, जिसके बाद उन्होंने बड़े अधिकारियों का सहारा लिया और अंतत: उसे जानकारी मिल गई।
बैलगाड़ी से RTI से मिली 9 हजार पेज की जानकारी लेने पहुंचा एक्टिविस्ट, लोगों में बना चर्चा विषय
आरटीआई एक्टिविस्ट माखन धाकड़ ने बताया कि करीब 9 हजार पेज की जानकारी के लिए उससे करीब 25 हजार रुपए शुल्क जमा कराए गए। इतने पैसे की व्यवस्था न होने पर उसने कर्ज लेकर पैसे जमा किए। तब जाकर जानकारी मिली।