राजस्थान में खासतौर पर गोवर्धन पूजा के दिन कढ़ी बाजरा बनाया जाता है। ठाकुरजी को इसी का भोग लगता हैं। इसे 56 भोग में भी शामिल किया गया है। आज हम चटपटी कढ़ी और बाजरा बनाना सीखेंगे।
सबसे पहले कढ़ी बनाने के लिए कढ़ी का बेटर तैयार करें। कढ़ाई में लसन, मिर्च का छोंक लगाए। फिर हींग डाले। अब कटी हुई सब्जियाँ जैसे कच्चा टमाटर , आलू , टिंडा , भिंडी , चौड़ी , बैगन और मूली को छोटी छोटी काट कर छोंक में डाले। अब इसमें हल्दी , लाल मिर्च , धनियां , गरम मसाला और स्वाद अनुसार नमक डाले। जब ये बरोबर से हो जाए तो इसमें बेसन का जो घोल तैयार किया है वो डाले। याद रखें जब तक कढ़ी में उबाल न आए तब तक कढ़ी को चलाते रहें। थोड़ी देर बाद जब कढ़ी हो जाए तब उसमे हरा धनिया डाले।
बाजरे को थोड़ी देर भिगोने के लिए छोड़ दें। उसके बाद उसे कुकर में डाले और खूब पानी डाले। तेज गैस पे चढ़ने दें। 7 से 8 सीटियों में कुकर बंद करें। थोड़ी देर बाद कुकर के ठंडे होने पर ही कुकर खोलें। आपका कढ़ी बाजरा तैयार हैं।