देश को डराने वाले ओमिक्रॉन के नए उत्परिवर्तित वायरस के दोनों मातृ रूप बिहार में तीसरी लहर में पाए गए हैं। तीसरी लहर में बिहार में Omicron के BA.1 और BA.2 वेरिएंट पाए गए। दोनों को फिर से मिलाने के बाद नया वेरिएंट XE बन गया है। इस नए वेरिएंट का स्पाइक प्रोटीन BA.2 जैसा है और बाकी BA.1 जैसा है। अब बिहार में शोध की तैयारी है. इसके लिए इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रो वायरोलॉजी विभाग में व्यवस्था की गई है। आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स से, कोरोना का नया वेरिएंट और इसका खतरा…
दो नए वेरिएंट ने उड़ाई देश की नींद
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रोवायरोलॉजी विभाग के वैज्ञानिक डॉ. अभय का कहना है कि देश में अब तक दो नए रूपों का पता चला है, जो तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली में एक्सई वेरिएंट में तेजी से बढ़ोतरी की बात कही जा रही थी, लेकिन वहां पाया गया कि यह ज्यादा नहीं है। ज्यादातर मामले बीए.2.12 के हैं। यह ओमाइक्रोन का एकमात्र संस्करण है। Omicron के दो प्रकार हैं, एक BA.1 और एक BA.2। इसमें एक और म्यूटेशन हुआ है, जिसका नाम BA.2.12 है। इसका बड़ा विकास लाभ है। यह तेजी से बढ़ता है, इसमें कितना रिस्क होगा? यह अभी तक रिपोर्ट नहीं किया गया है। हालांकि दोनों ही वेरिएंट नए हैं, लेकिन दोनों के बारे में बताया जा रहा है।
जानिए क्या है नया XE वेरिएंट
आईजीआईएमएस के वायरोलॉजी विभाग के वैज्ञानिक डॉ अभय का कहना है कि एक्सई वेरिएंट काफी दिलचस्प हैं। जीव विज्ञान में इसे पुनः संयोजक वायरस कहा जाता है। यह सिर्फ ओमाइक्रोन से आया है। डॉ. अभय ने असमिया भाषा में समझाते हुए कहा कि ओमाइक्रोन दो प्रकार के होते हैं, एक बीए.1 और दूसरा बीए.2। बिहार में दोनों वेरिएंट थर्ड वेव में मिले हैं। दोनों में BA.2 बहुत अधिक था और BA.1 की संख्या थोड़ी कम थी। दोनों ही नए XE वेरिएंट के मदर वेरिएंट हैं। दोनों वायरस एक दूसरे के साथ फिर से जुड़ गए हैं यानी मर्ज हो गए हैं। दोनों के कुछ हिस्से नए वेरिएंट में आए हैं।
दो भाइयों के नए संस्करण की कहानी को समझें
वैज्ञानिक डॉ. अभय नए रूप के बनने की कहानी सुनाते हैं, कि दो भाइयों राम और श्याम की तरह दोनों का मिलन इस तरह होना चाहिए कि राम के हाथ-पैर श्याम के हों। ऐसा ही कोरोना के नए वेरिएंट XE के साथ हुआ है। Omicron के वेरिएंट BA.1 और BA.2 राम और श्याम के साथ नए वेरिएंट बन गए हैं। इस नए वेरिएंट को लेकर जानकारों का कहना है कि ऐसी घटना कहीं भी हुई है जहां BA.1 और BA.2 ने मिलकर नए वेरिएंट बनाए हैं. यह संभव है कि BA.1 और BA.2 ने एक ही समय में एक ही व्यक्ति को संक्रमित किया हो। दोनों वायरस उस व्यक्ति के शरीर में चले गए और आपस में जुड़ गए। दोनों को फिर से संयोजित किया गया, जिससे XE के रूप में नया संस्करण सामने आया। विशेषज्ञ डॉ. अभय बताते हैं कि XE के स्पाइक प्रोटीन BA.2 जैसे होते हैं, बाकी BA.1 जैसे होते हैं।
नए संस्करण में तेजी से फैलने की क्षमता है
विशेषज्ञ डॉ अभय का कहना है कि दो तरह के ओमाइक्रोन ने अब एक नया वेरिएंट बनाया है जो फैल रहा है। यह भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी तेजी से फैल रहा है। वर्तमान में जो अध्ययन पाया गया है उसके अनुसार भारत में BA.2.12 तेजी से बढ़ रहा है। दिल्ली में 40% संक्रमितों में BA.2.12 पाया गया है, जो कि Omicron का ही एक नया म्यूटेशन है। पता चला है कि XE का वेरिएंट थोड़ा कम है। डेल्टा जितना घातक नहीं, लेकिन कुछ नहीं होगा यह कहा नहीं जा सकता। क्योंकि ओमिक्रॉन से कई लोगों की जान भी जा चुकी है।
शोध की तैयारी
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रो वायरोलॉजी विभाग की एचओडी प्रोफेसर डॉ नम्रता कुमारी का कहना है कि देश में तेजी से बढ़ रहे नए वेरिएंट से बिहार भी खतरे में है. इसके लिए इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में पूरी तैयारी की जा रही है। नया वेरिएंट XE है या BA.2.12 यह पता लगाया जाएगा। अगर संस्थान में ही इसकी जांच की जाती है तो इस पर पूरा शोध किया जाएगा। जैसे-जैसे मामला आगे बढ़ेगा, सबसे पहले यह पता लगाया जाएगा कि कौन सा वेरिएंट है और उसका कितना असर है। पता लगाने के साथ ही पूरी जांच की जाएगी। नए वेरिएंट को लेकर पूरी रिसर्च की जाएगी। इन दोनों वेरिएंट के अलावा अगर बिहार में कोई नया वेरिएंट मिलता है, जो देश में कहीं नहीं पाया गया है, तो उसका भी पता लगाया जाएगा। इस पर पूरी रिसर्च की जाएगी। आईजीआईएमएस में चाहे बीए.2.12 हो या एक्सई, सभी के लिए जांच और शोध की पूरी व्यवस्था है।