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TMC में कैसे शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा? इस शख्स के रोल को बताया अहम, ममता बनर्जी पर दिया ये बयान

शत्रुघ्न सिन्हा ने अब खुलासा किया है कि वह कैसे टीएमसी में शामिल हुए. उन्होंने बताया कि टीएमसी में उन्हें शामिल करवाने में प्रशांत किशोर और यशवंत सिन्हा का बड़ा रोल रहा है.

शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस का साथ छोड़कर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. पश्चिम बंगाल में होने वाले उपचुनाव के लिए उन्हें पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है. शत्रुघ्न सिन्हा ने अब खुलासा किया है कि वह कैसे टीएमसी में शामिल हुए. उन्होंने बताया कि टीएमसी में उन्हें शामिल करवाने में प्रशांत किशोर और यशवंत सिन्हा का बड़ा रोल रहा है.

शत्रुघ्न सिन्हा ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘ममता बनर्जी से जुड़ना मेरे लिए एक बड़ा सम्मान और अवसर था. उनकी पार्टी मुझे चाहती थी. ममता बनर्जी ने ट्वीट किया था कि मुझे तृणमूल में होना चाहिए और आसनसोल संसदीय सीट से चुनाव लड़ना चाहिए. मेरे बड़े भाई यशवंत सिन्हा और प्रशांत किशोर ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.’

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि प्रशांत किशोर ने मुझसे संपर्क किया. हमने बातचीत की, लंबी बातचीत की और कई मुद्दों पर चर्चा की. वह चाहते थे कि मैं तृणमूल में आ जाऊं. उन्होंने आगे कहा कि आपको सही जगह पर पहुंचने के लिए गलत रास्ते अपनाने होंगे. ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर को पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए अपने साथ जोड़ा था. पिछले साल हुए चुनावों में भारी जीत के बाद भी ममता और प्रशांत किशोर का साथ काम करना जारी है. हाल के महीनों में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं को तृणमूल कांग्रेस में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाई है.

यह पूछे जाने पर कि क्या वह ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखते हैं? इसपर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ‘मेरा मानना ​​है कि ममता बनर्जी निश्चित रूप से राष्ट्र की नेता बनने के लिए उपयुक्त हैं. वह सही मायने में एक जन नेता हैं. वह एकमात्र नेता हैं जिन्हें सम्मान मिलता है. उनके पास क्षमता है. उन्हें परखा गया है और वह सफल भी हैं. वह बंगाल से आती हैं, तो क्या? हमारे प्रधानमंत्री गुजरात से हैं.’

उन्होंने बंगाल में ममता बनर्जी की बड़ी जीत की प्रशंसा की. टीएमसी के इस नेता ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने बीजेपी का सामना किया वो काबिले तारीफ है. व्हीलचेयर और खेला होबे (खेल पर, तृणमूल का नारा) से उन्होंने दिखाया है कि खेला (खेल) क्या है और इसे कैसे खेला जाता है.

शत्रुघ्न सिन्हा 2019 के चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उन्होंने इस बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया कि उन्होंने फिर से पार्टी क्यों बदल दी. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि ऐसी बहुत सी बातें थीं. मैं संकट के समय कांग्रेस की आलोचना नहीं करना चाहता, फिलहाल मैं कांग्रेस के बारे में बिल्कुल भी बात नहीं करूंगा. जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी तक के कांग्रेसी नेताओं के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है. सोनिया गांधी के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है. मुझे राहुल गांधी से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन ऐसे लोग हैं जिनके बारे में मैं बात नहीं करना चाहता. मैं उनके बारे में बात नहीं करना चाहता.

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