IND vs SA 2nd ODI: भारत को एक बार फिर से दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर्स के सामने रन बनाने में परेशान होते देखा गया.
भारत और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa 2nd ODI) के खिलाफ दूसरे वनडे में विराट कोहली (Virat Kohli) बिना खाता खोले आउट हो गए. केशव महाराज (Keshav Maharaj) ने उनका शिकार किया. विराट कोहली की पारी पांच गेंद तक चली. वे कवर के इलाके में तैनात टेंबा बवुमा को कैच थमा बैठे. भारत के लिए यह बड़ा झटका रहा. उनके जाने से भारत का स्कोर दो विकेट पर 64 रन हो गया. टीम इंडिया ने एक रन के अंदर दो विकेट गंवाए. 63 रन के स्कोर पर शिखर धवन आउट हुए. वे एडन मार्करम का शिकार बने थे.
विराट कोहली वनडे क्रिकेट में 14वीं बार बिना खाता खोले आउट हुए हैं. वे इस मैच से पहले आखिरी बार 2019 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ खाता खोलने में नाकाम रहे थे. तब दूसरी गेंद पर ही वे वापस चले गए थे. वे दूसरी बार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खाता खोलने में नाकाम रहे हैं. पार्ल में खेले जा रहे मुकाबले से पहले साल 2013 की सीरीज में भी वे खाता नहीं खोल पाए थे. रोचक बात है कि वह भी सीरीज का दूसरा मैच था और उसमें भी कोहली पांच गेंद खेलने के बाद ही डक पर आउट हुए थे. साल 2018 के बाद 53 वनडे पारियों में वे केवल दूसरी बार ही डक पर आउट हुए हैं.
सबसे ज्यादा डक में सहवाग के बराबर कोहली
सभी फॉर्मेट में मिलाकर भारतीय बल्लेबाजों में सबसे ज्यादा बार खाता खोलने के मामले में विराट कोहली अब दूसरे नंबर पर आ गए हैं. वे 31वीं बार डक पर आउट हुए. उन्होंने वीरेंद्र सहवाग की बराबरी कर ली. वे भी 31 बार ही खाता खोलने में नाकाम रहे थे. सबसे आगे सचिन तेंदुलकर हैं जों 34 बार डक पर आउट हुए थे. इस लिस्ट में सौरव गांगुली (29) चौथे और युवराज सिंह (26) पांचवें पायदान पर हैं.
वहीं इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट के हिसाब से टॉप-चार में बैटिंग करने वाले बल्लेबाजों में देखें तो कोहली के नाम नौ डक हैं. वे इस लिस्ट में संयुक्त रूप से तीसरे नंबर पर हैं. उनसे आगे इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो (11), श्रीलंका के कुसल मेंडिस (11) हैं. वहीं रॉरी बर्न्स के भी नौ डक हैं.
17 पारियों से शतक का इंतजार
जनवरी 2021 के बाद यह दूसरा मौका है जब विराट कोहली दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाए हैं. इस अवधि में उन्होंने 56, 66, 7, 51 और 0 के स्कोर बनाए हैं. पार्ल में दूसरे वनडे में खाता खोलने में नाकाम रहने के साथ ही उनके वनडे शतक का इंतजार भी लंबा हो गया. 17 पारियों से वे शतक नहीं बना पाए हैं. यह उनके करियर में दूसरी सबसे लंबी अवधि हैं. इससे पहले 2011 में भी वे 17 पारियों में शतक नहीं बना पाए थे.