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हमें अपनी दुकानों में नहीं जाने दे रहे। दूसरे लोग हमारी दुकानों से चोरी कर रहे हैं। अगले महीने मेरी बेटी की शादी है। पता नहीं कैसे होगी?
मार्केट में आग लगने के बाद सभी दूसरे मार्केट वालों ने दुकानों का किराया बढ़ा दिया। हमारी दुकान तो जल गई, लेकिन दूसरी तो करनी पड़ेगी। इसी का फायदा उठा रहे हैं लोग।
ये दर्द और गुस्सा है गुजरात के सूरत में रहने वाले राजस्थानी व्यापारियों का। 25 फरवरी को सूरत शहर स्थित शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट में आग लग गई। मार्केट में ज्यादातर दुकानें राजस्थानियों की ही थी। हादसे में एक राजस्थानी युवक की दम घुटने से मौत भी हो गई थी।
राजस्थानी व्यापारियों का दर्द जानने के लिए भास्कर टीम सूरत में है। शनिवार (1 मार्च) को सुबह 10 बजे भास्कर टीम शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट पहुंची।
कई व्यापारी रोड पर जमा थे। मार्केट के अंदर जाने की जिद कर रहे थे। ताकि पता चल सके कि आग के बाद उनके पास कुछ बता है या सबकुछ खाक हो गया?
पुलिस मार्केट के अंदर नहीं जाने दे रही थी। इसी बात को लेकर कई व्यापारी आक्रोशित हो गए। माहौल बिगड़ता देख मौके पर मौजूद पुलिस जाब्ते ने उन्हें दूर करना स्टार्ट कर दिया। थोड़ी सख्ती की तो कई व्यापारी भावुक हो गए।
आग पर काबू पाने के बाद टीमें मार्केट में पहुंचीं तो हर तरफ बर्बादी के निशान थे।
‘रुपए की बात करते ही सामने वाला फोन काट देता है’
भास्कर टीम ने राजस्थान के पिंडवाड़ा के रहने वाले व्यापारी विपिन जैन से बात की। विपिन जैन ने बताया- 1997 में सूरत शहर आया था। 12 साल नौकरी करने के बाद 2009 में शिवशक्ति मार्केट में ये दुकान की थी। दुकान का ही सहारा था। अब ये भी नहीं बची।
हम बेबस हो गए हैं। रोने के अलावा कुछ बचा नहीं है। दोबारा कैसे खड़े होंगे, कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है। दूसरे मार्केट में दुकान लेने जा रहे हैं तो वहां दोगुना किराया मांग रहे हैं। सब इस विपदा का फायदा उठाने में लगे हैं।
हमारा मालिक अब ऊपरवाला ही बचा है। किसी से कोई आस नहीं है। कोई भी सपोर्ट नहीं कर रहा है।
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने हमें आश्वासन दिया है। अब उस आश्वासन से क्या करें? दिन भर यहां भूखे प्यासे बैठे रहते हैं। शाम को मुंह लटकाकर घर चले जाते है। ये भी नहीं पता कि दुकान में कुछ बचा है या नहीं।
दुकान देखने के लिए पास जाते हैं तो पुलिसवाले डंडा मारकर भगा देते हैं। कल सुबह से मार्केट की चेकिंग और सफाई कर रहे है। आखिर ऐसी कौनसी चेकिंग और सफाई हो रही है कि जो खत्म ही नहीं हो रही है।
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दूरी मिल रही दुकान किसी काम की नहीं- व्यापारी
व्यापारी निर्मल कुमार ने बताया- कुछ बिल्डर्स और मार्केट वाले फ्री में दुकान देने की बात कर रहे है, लेकिन वो मार्केट सूरत टेक्सटाइल मार्केट से काफी डिस्टेंस पर है। वहां दुकान करने का भी कोई फायदा नहीं है।
बातचीत के दौरान एक व्यापारी चिल्लाते हुए भास्कर टीम के पास आए, बोले-मेरा नाम भरत कुमार राठौड़ है। मेरी भी यहां दुकान थी। राजस्थान में कुम्भलगढ़ के पास छोटे से गांव का रहने वाला हूं।
मुझे पता चला है कि मार्केट में हमारी दुकानों में से चोरी हो रही है। कई दूसरे लोग अंदर भी जा रहे हैं और हमारी दुकानें खोल कर सामान और नगदी चुरा रहे हैं।
जब पुलिस हमें अपनी दुकानों के अंदर नहीं जाने दे रही तो दूसरों को कैसे जाने दे रही है। मेरी दुकान में सवा लाख रुपए कैश भी पड़ा है।
मौके से भाग गए टेक्सटाइल मार्केट के अध्यक्ष
हम राजस्थानी व्यापारियों से बात ही कर रहे थे, इसी दौरान कुछ अधिकारियों के साथ शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट के अध्यक्ष सुनील कोठारी भी मौके पर पहुंचे।
सुनील भी राजसमंद के ही रहने वाले हैं। उनके वहां आते ही कई व्यापारियों और मीडियाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया। इससे घबराकर वो वहां मौके से भाग गए।
राजस्थानी व्यापारी उन पर आरोप लगा रहे हैं कि मार्केट में बेतरतीब और अवैध तरीके से दुकानें दी गई थी। इसी वजह से आग पर जल्दी काबू नहीं पाया जा सका।
भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि हादसे में मारे गए महेंद्र जैन भी सुनील कोठारी के पास ही नौकरी कर रहे थे।
इस बात की पुष्टि करने के लिए भास्कर रिपोर्टर ने सुनील कोठारी को कॉल किया। उनसे महेंद्र को लेकर पूछा तो हड़बड़ाते हुए उन्होंने फोन काट दिया। इसके बाद नो रिप्लाई आने लग गया।
मीडिया के सवालों से घबराकर शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट के अध्यक्ष सुनील कोठारी वहां से चले गए।
डीसीपी बोले- सारी जांच के बाद मिलेगी अंदर जाने की परमिशन
भास्कर टीम ने मामले में सूरत डीसीपी भागीरथ टी गढ़वी से भी बात की। पूछा-आग बुझ गई है तो अब व्यापारियों को कब मार्केट में जाने की परमिशन दी जाएगी?
गढवी ने बताया- मार्केट की बिल्डिंग बहुत बड़ी है। ऐसे में पहले एक बार फायर डिपार्टमेंट बिल्डिंग के सभी कोने देखकर ये सुनिश्चित कर लें कि अब कोई दिक्कत नहीं है। इसके अलावा अभी ये भी जांच की जा रही है कि बिल्डिंग में जाने से किसी का कोई जान का नुकसान होने का तो खतरा नहीं है।
हालांकि शनिवार देर शाम पुलिस प्रशासन ने बारी बारी से 5-5 व्यापारियों को 10-10 मिनट के लिए मार्केट में जाने ओर अपनी दुकान को देखने की परमिशन दे दी।
गढ़वी ने बताया-फायर डिपार्टमेंट की और हमारी अलग-अलग इन्वेस्टिगेशन चल रही है। हम भी व्यापारियों के साथ हैं। उनकी हरसंभव मदद करेंगे।
पुलिस तीन एंगल से मामले की जांच कर रही है। क्या ये आग नेचुरल थी? कोई साजिश थी? क्या इसमें कोई तीसरी कहानी भी थी? क्योंकि एक बार आग लगी और बुझा ली गई थी। इसके बाद फिर आग लग गई थी।
एक्सपट्र्स की टीम जांचेगी बिल्डिंग की सेफ्टी
सूरत एडमिनिस्ट्रेशन के बुलावे पर एसवीएनआईटी के प्रोफेसर अतुल देसाई सहित एक टीम मार्केट की बिल्डिंग की स्टेबिलिटी रिपोर्ट जांचने के लिए मौके पर पहुंची।
देसाई ने बताया कि- सूरत के एडमिनिस्ट्रेशन बुलावे पर वो यहां आए हैं। पिछले 42 साल से वो ये काम कर रहे हैं। उन्होंने इससे पहले भी कई मार्केट की सेफ्टी स्टेबिलिटी रिपोर्ट का काम किया है।
देसाई के इस बयान के बाद ये बड़ा सवाल खड़ा हो गया कि अगर एडमिनिस्ट्रेशन इस रिपोर्ट के बाद अंदर जाने की परमिशन देगा तो व्यापारियों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
केंद्रीय मंत्री और गृह राज्य मंत्री पहुंचे
शनिवार दोपहर में केंद्रीय मंत्री एवं नवसारी के सांसद सीआर पाटिल और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी भी शिवशक्ति मार्केट पहुंचे। नुकसान की स्थिति का जायजा लिया। पाटिल और सांघवी ने व्यापारियों के साथ बातचीत की।
इस दौरान पाटिल बोले- व्यापारियों का बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है। ऐसे में सूरत शहर के कई संगठन और फोस्टा के माध्यम से व्यापारियों ने एक रिलीफ फंड के लिए प्रयास किया है। सरकार भी जो कर सकती है, हर संभव व्यापारियों की मदद करेगी।
वहीं इन व्यापारियों के नुकसान की भरपाई के लिए भी हम सब को कुछ सोचना पडे़गा। इसके लिए हम सीएम भूपेंद्र पटेल और पीएम नरेंद्र मोदी से बात कर जो अच्छा और बेहतर रास्ता होगा, निकालेंगे।
इससे पहले शुक्रवार देर रात राजस्थान के जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी भी यहां पहुंचे थे। व्यापारियों से बात कर उनके नुकसान का जायजा लिया।
इस दौरान चौधरी ने बताया कि इस ह्रदय विदारक घटना के बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्री पाटिल से बात कर सभी राजस्थानी व्यापारियों की तत्काल मदद करने की मांग की है।
गुजरात और राजस्थान के सीएम से भी बात कर व्यापारियों को मदद दिलाने का प्रयास करेंगे।
जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी ने व्यापारियों से बात की और नुकसान का जायजा लिया।
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