बच्ची का सौदा करने वाला पिता और दोे आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गुजरात के हिम्मतनगर में 7 साल की मासूम बेटी को 4 लाख रुपए में बेचने का शर्मनाक मामला सामने आया है। बेटी का सौदा उसके सगे पिता ने ही कर्ज चुकाने के लिए किया था। बच्ची की मां की शिकायत पर पुलिस ने एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबक
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पांच महीने बाद मामला सामने आया शुरूआत में यह मामला पांच माह तक सामने नहीं आया, लेकिन जब बच्ची का स्कूल जाना बंद हुआ, तब स्कूल के शिक्षक ने घर जाकर उसके बारे में पूछताछ की। जिसके बाद बच्ची की मां डर गई और उसने कोर्ट में अर्जी की थी। जिसके बाद पूरा मामला सामने आया । इस मामले में कुल 6 आरोपी है, जिसमें 4 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। जिसमें बच्ची के पिता भी आरोपी है। फिलहाल राजस्थान से बच्ची को कब्जे में लेकर उसकी मेडिकल जांच की जा रही है।
बच्ची के स्कूल न जाने पर हुआ खुलासा बच्ची पिछले पांच दिनों से स्कूल नहीं जा रही थी, तब स्कूल के शिक्षक ने उसके घर जाकर पूछताछ की और मामले का खुलासा हुआ। बच्ची की मां ने कोर्ट में अर्जी की और इसके बाद शिकायत दर्ज की गई कि बच्ची के पिता ने ही अन्य लोगों की मदद से राजस्थान के अलवर में 4 लाख रुपए में उसका सौदा किया था। फिलहाल बच्ची को वापस लाकर उसकी मेडिकल जांच की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को पकड़ा है, जबकि बच्ची का पिता और बच्ची को लेने वाले आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।
राजस्थान से लाकर बच्ची की मेडिकल जांच करवाई जा रही हिम्मतनगर के साबर डेयरी के पास बच्ची के माता-पिता अपने भतीजे के साथ झोपड़ी में रहते हैं। बच्ची के पिता के साथ रहने वाले भतीजे दिलीप नट पर 1.60 लाख रुपए का कर्ज हो चुका था, जिसके चलते वह घर से भाग गया था। 5 महीने पहले दूसरा भतीजा अर्जून विजय नट बच्ची के माता-पिता के पास यह बात लेकर आया था कि अपनी बच्ची को अगर किसी को गोद दे देते हैं तो उसके एवज में 4 लाख रुपए मिलेंगे। बच्ची की मां ने किया था विरोध बच्ची की मां ने इसका विरोध जताया, लेकिन पिता ने अपनी सहमति दे दी थी। इसके बाद अर्जुन लखपति नट, श्रवण नट, रमण नट व शरीफा नट ने मिलकर राजस्थान के अलवर में उमेदसिंह नट को 4 लाख रुपए में बच्ची को गोद दे दिया था। बाद में सभी इन रुपयों का बंटवारा किया था।
सबकुछ जानता था पिता लड़की के पिता ने चार लाख रुपए लिए, फिर चार लाख में से 1.60 लाख रुपये कर्ज में डूबे अपने भतीजे दिलीप को दे दिए थे। सौदा कराने वाले अर्जुन नट को 30 हजार दिए गए। जिस ईको कार में बच्ची को ले जाया गया था, उसके किराए के लिए ड्राइवर लखपति नाथ को 20 हजार रुपये दिए गए थे। इस तरह पैसा बांटा गया था। लड़की के पिता को सब कुछ पता था और उसने ही इस लड़की का सौदा किया था। गिरफ्तार आरोपियों में अरवल्ली निवासी अर्जुन विजय नट, शरीफा जोईता नट, श्रवण मोहन नट और महीसागर निवासी लखपति नट शामिल हैं। जबकि अभी भी बच्ची के पिता और अकबरपुरा-अलवर-राजस्थान के निवासी उमेदसिंग नट की गिरफ्तारी बाकी है।
बेटी को 4 लाख में बेचने के बाद उसकी शादी वहीं कराने का हुआ था करार इस संदर्भ में साबरकांठा जिला पुलिस अधिक्षक विजय पटेल ने बताया कि 18 दिसंबर 2024 को कोर्ट की एक क्रिमिनल अर्जी के आधार पर हिम्मतनगर ए डिविजन पुलिस ने बाल तस्करी का केस दर्ज किया था। जिसमें 7 साल की बच्ची को उसके रिश्तेदारों ने राजस्थान में एक दंपती को गोद में दिए जाने की बात कही थी।