उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में कल 4 मई को पहले चरण का मतदान होना है। मतदान को लेकर डीजीपी मुख्यालय ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किये हैं। मतदान की प्रक्रिया को निष्पक्ष और सकुशल रूप से संपन्न कराने के लिए पुलिस मुख्यालय के चुनाव प्रकोष्ठ ने राज्य के सभी जिलों के मतदान केन्द्रो की संवेदनशीलता को अलग अलग कारणों से मापते हुए अति संवेदनशील प्लस और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों और मतदेय स्थलों के रूप में मार्क कर लिया है। मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था और अपराध प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रथम चरण में 33 जनपदों व चार पुलिस कमिश्नरेट में मतदान होना है। समस्त अति संवेदनशील प्लस और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर जिला निर्वाचन अधिकारी से समन्वय स्थापित कर आवश्यकतानुसार वेब कास्टिंग, वीडियोग्राफी और सीसीटीवी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
इसके अलावा लाइसेंसी शस्त्र धारकों का सत्यापन और स्क्रीनिंग कमेटी का गठन कर शस्त्र जमा कराए गए हैं। अवैध शराब के कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में फ्लैग मार्च, फुट पेट्रोलिंग और घुड़सवार पुलिस नियमित पेट्रोलिंग कर रही है। समस्त मतदान केंद्रों का राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में निरीक्षण और भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय पर राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में चुनाव प्रकोष्ठ और चुनाव कंट्रोल रूम का गठन कर लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। इसके साथ ही सोशल मीडिया सेल लगातार आपत्तिजनक पोस्ट, अफवाहों आदि पर कार्रवाई कर रही है।
स्पेशल डीजी ने बताया की मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो इसके लिए अब तक 15,698 गैर जमानती वारंटियों, 6354 वांछित अभियुक्तों तथा 281 पुरस्कार घोषित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं 14 अभियुक्तों पर रासुका की कार्रवाई की गयी है। गैंगस्टर एक्ट के तहत 1101 अभियुक्तों पर मुकदमा दर्ज कर इनमें से 831 को गिरफ्तार किया गया है। गुण्डा अधिनियम के तहत 7337 अभियुक्तों का चालान कर 2012 को जिला बदर कराया गया।