देश में 6 महीने बाद फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं और यह रोज बढ़ते ही जा रहे हैं। एक बार फिर कोरोना से हालात बिगड़ने की आशंका बढ़ रही है। जैसे जैसे वायरस का शिकार होने वाले लोगो की संख्या बढ़ रही है वैसे वैसे लोगों के मन में डर भी बढ़ रहा है की कहीं कोरोना पहले की तरह तबाही न मचाए। लोगों के डर का कारण यह भी है की कोविड का वायरस लगातार म्यूटेशन कर रहा है। हर बार अलग अलग वेरिएंट में वापस आ रहा है , जो ज्यादा संक्रामक साबित हो रहा है।
इस बार का वायरस म्यूटेट करने के बाद तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लें रहा है। पिछले कुछ समय से कोविड के मामलों में तेजी आई है। कोरोना से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहना बहुत जरुरी है और कोविड गाइडलाइन का पालन करना बहुत जरुरी है। अगर इसमें लापरवाही बरती तो हालात काफी बिगड़ सकते हैं। यह बात सिद्ध हो चुकी है की कोरोना का मौसम से कोई लेना देना नहीं है। कोरोना ने हर मौसम में कहर ढाया है।
संक्रमण से बचाव के लिए अपनाए ये तरीके :
कोरोना एक वायरल इंफेक्शन है जिसका कोई सटीक इलाज नहीं हो सकता। .लक्षणों के आधार पर इसका ट्रीटमेंट होता है। इससे बचने के लिए कोविड गाइडलाइन का पालन करना बहुत जरुरी है। घर से निकलते समय मुंह को अच्छी तरह से ढके। फेस मास्क पहने। हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाएं। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें। डायबिटीज , ब्लड प्रेसर , कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहें लोगों को विशेष ध्यान की आवश्यकता है। जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो वे अपनी इम्युनिटी को बढ़ाने की कोशिश करें।
लोगों को कोविड संक्रमण के बढ़ते किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। लगातार केस बढ़ते जा रहें हैं और अगर समय पर बचाव नहीं किया गया तो चौथी लहर जैसे हालात भी हो सकते हैं। हालांकि कोविड से पहले की लहरों में संक्रमित हो चुके लोगों के शरीर में कोविड रजिस्टेंस बन चूका है , तो इसका मुकाबला करने में कुछ हद तक मदद मिल सकती है लेकिन कमजोर इम्युनिटी और गंभीर बिमारियों से जूझ रहें लोगों के लिए यह जानलेवा हो सकता है।
वैक्सीन का असर :
कोविड के नए वेरिएंट पर वैक्सीन का असर कम हो जाता है लेकिन कितना कम असर होगा ये अभी जांच में ही मालूम चलेगा। हालांकि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है उन्हें वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए। इसके अलावा बूस्टर डोज लगवाने से भी कोई नुकसान नहीं होगा। खासकर बुजुर्गो को वैक्सीन को लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।