गुजरात कें दहेगाम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “जब मैंने पहली बार चुनाव लड़ा, तो में सर्किट हाउस में था और जब मुझे शपथ लेनी थी, लोग कह रहे थे कि हमे शाम को खाने के टाईम पें पर्याप्त बिजली मिलनी चाहिए। यह मुद्दा तब चल रहा था जब मेंने मुख्यमंत्री की शपथ नहीं ली थी। पहले पानी यानी टैंकर और हैंडपंप चलते थे,अगर कोई विधायक 4 से 5 हैंडपंप लगाता है तो लोग उसे फूलहार पहनाते थे। चा
अभी हम पूरे देश में अमृत सरोवर बना रहे हैं। किसानों ने ड्रिप सिंचाई प्रणाली अपनाई है जिससे फसल भी अच्छी हो रही है। शिक्षा के क्षेत्र में एक आधुनिक विश्वविद्यालय के साथ-साथ गांव-गांव इंटरनेट कनेक्टिविटी। आज भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। 2014 में जब आपने मुझे दिल्ली भेजा था तो हम 10वें नंबर पर अर्थव्यवस्था थी। हम पर 250 साल के शासन करने वाले को हटा के हम आगे बढ हणे यह खुशी थी। पूरी दुनिया का कहना है कि भारत को शीर्ष तीन में पहुंचने में देर नहीं लगेगी। 14 गुना बड़ी अर्थव्यवस्था हुई है। पूरे गुजरात के लिए पंचायतों का बजट 100 करोड़ रुपये था। आज यह 3500 करोड़ रुपये है। भारत सरकार दूसरे पैसे भेजे वो भी अलग से मिलता है।
आजादी के अमर युग में यह चुनाव सिर्फ 5 साल के लिए नहीं है। यह चुनाव 25 साल बाद गुजरात कैसा होगा ईस के लीए है। हमें यह ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना है कि हमारा गुजरात अमीर देशों की सभी कसौटियों पर आगे है।
एक समय था जब चुनाव में भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार की बात होती थी, तब सड़क, बिजली की बात होती थी, आज गुजरात ने पिछले बीस वर्षों में ईतना काम किया है, जिसके कारण उसने पानी, बिजली, सड़क जैसे विषयों को आत्मसात कर लिया है। 20 से 25 साल पहले एक मूलभूत समस्या का समाधान किया।
गांधीनगर और देहगाम निकट भविष्य में ट्वीन सिटी होंगे कलोल और गांधीनगर ट्वीन सिटी के रूप में अभी देख रहा हूं। गिफ्ट सिटी में जब 2 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा तो ये सभी दहेगाम रहने आने वाले हैं। गांधीनगर में शिक्षा, संस्कृति और कौशल है। 20 साल पहले 80 हायर सेकेंडरी स्कूल थे, आज 300 से ज्यादा यहां स्कूल हैं। यह बात पीएम ने कहीं थी।