मोदी ने कहा, ‘‘सरदार साहेब सभी रियासतों को भारत में विलय के लिए मनाने में सफल रहे। लेकिन एक अन्य व्यक्ति ने कश्मीर के इस मुद्दे को हल करने का जिम्मा संभाला था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं चूंकि सरदार साहब के नक्शे कदम पर चलता हूं, मुझ में सरदार पटेल की भूमि के मूल्य हैं और यही कारण है कि मैंने कश्मीर की समस्या का समाधान किया और सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी।’’
बाद में प्रधानमंत्री ने गुजरात की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर भी हमला बोला और कहा कि उन्होंने बांधों का निर्माण तो किया लेकिन नहरों का कोई संपर्क नहीं बनाया जिससे अन्य क्षेत्रों में पानी पहुंच सके। मोदी ने पूछा, ‘‘उन्होंने बांधों का निर्माण देखने के लिए कोई काम किया था क्या?’’ उन्होंने कहा कि इस काम को उन्होंने अपने हाथों में लिया और 20 सालों में पूरा किया। अब गुजरात के कोने-कोने में पानी पहुंच रहा है और इसकी बदौलत कृषि उत्पादन में नौ से 10 गुणा तक की वृद्धि हुई है। मोदी ने यह भी कहा कि शहरी नक्सलियों ने सरदार सरोवर बांध परियोजना तक को रोकने की कोशिश की और इसे कानूनी पचड़ों में उलझाकर रखा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने हमारे 40 से 50 साल बर्बाद कर दिए, हमें अदालतों के चक्कर लगाने पड़े और गुजरात की जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे भी बर्बाद हुए। आज सरदार साहब का सपना पूरा किया गया है।’’