कोटा शहर के महावीर नगर कॉलोनी में शनिवार सुबह 5 बजे रिहायशी कॉलोनी में लेपर्ड आने से हड़कंप मच गया। इस दौरान लेपर्ड ने 4 लोगों पर हमला कर दिया। हमले के बाद लोग चिल्लाने लगा तो वह एक घर में जा घुसा। बताया जा रहा है कि इस घर में पति-पत्नी रहते हैं। कमरे में लेपर्ड को देख उन्होंने खुद को दूसरे कमरे में बंद कर दिया है। लेपर्ड के हमले से 2 गंभीर घायल हो गए, जिन्हें कोटा के हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार घटना तड़के 5 बजे के आसपास की है। पहले सुबह 5 बजे शिव ज्योति कॉन्वेंट स्कूल के आस-पास इलाके में इसे देखा गया था। अलग-अलग जगहों पर 4 लोगों पर अटैक कर दिया। इसके बाद वह गणगौरी पार्क इलाके में आया और वहां गाय पर हमला कर दिया। चिल्लाने पर वह एक मकान की छत पर चढ़ गया। यहां सीढ़ियों के सहारे उतर एक घर में घुस गया। यहां पति-पत्नी रहते हैं। लोगों की आवाज सुन जब वे दूसरे कमरे से बाहर आए तो कमरे में लेपर्ड को देख भागे और खुद को दूसरे कमरे में बंद कर दिया।
सूचना मिलने पर एडिशनल एसपी, दो तीन थानों के सीआई कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा कांग्रेस नेता विद्याशंकर गौतम समेत कई लोग मौजूद है। इसके साथ ही फोरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम को ट्रेंकुलाइज करने के लिए भी बुलाया गया है। लेपर्ड को पकड़ने के लिए छत पर जाल लगाया गया। इस दौरान लेपर्ड रसोई में जाकर छुप गया। करीब 10.54 मिनट पर लेपर्ट को ट्रेंकुलाइज किया गया।
लेपर्ड के हमले से घायल हुए रामविलास मीणा (56) ने बताया कि मैं रोज सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने के बाद छत पर पक्षियों को दाना डालने जाता हूं। सुबह 7 बजे करीब की बात है। मॉर्निंग वॉक से वापस आया और छत पर पक्षियों को दाना डालने के लिए गया। जैसे ही पिंजरी का गेट खोला, सामने छत पर कोने में लेपर्ड नजर आया। मैं कुछ समझता उससे पहले ही उसने गुर्राते हुए मुझ पर हमला कर दिया। दोनों पैरों को मैंने हाथों से पकड़ लिया। वह गर्दन पर लपक कर हमला कर रहा था। मैंने उसके दोनों पैर पकड़ लिए तो उसने मेरे हाथ का पंजा चबा लिया। मैंने उसे झटका और भागकर पड़ोसी की छत पर कूदा ताकि नीचे जा सकूं। लेकिन, उसने पीछे से दोबारा हमला कर दिया। मैं संघर्ष करता रहा, इसके बाद उसे पकड़कर मैंने जोर से छत पर साइड में फेंका और वापस मेरे मकान की छत पर आया।