शाश्त्रो के अनुसार कुत्ते को यमराज कहा जाता हे। जिस घर में कुत्ता होता हे वो घर तरक्की पाता हे या बर्बाद हो जाता हे। कुत्ता एक ऐसा प्राणी हे जिसे भविष्य में होने वाली घटना दिख जाती हे। वे आत्माओं को भी देख सकते हे। कुत्ते कई किलोमीटर से गंध को सूंघ सकते हे। हिन्दू धर्म के अनुसार कुत्ता एक रहस्य्मय प्राणी हे। कुत्ते को महाराज भैरव का सेवक मन जाता हे। कुत्ते को भोजन देने से भैरव खुश होते हे। अगर कुत्ता प्रस्सन रहे तो आसपास यमदूत को नहीं फटकने देता।
कुत्ते एक वफादार प्राणी होते हे। वे इंसान के सारे हावभाव को पहचान सकते हे। कुत्ते आने वाले सारे खतरे को भांप लेते हे। प्राचीन और मध्य काल में लोग कुत्ता पालते थे क्युकी वे जंगली जानवरो से बच सके। लुटेरों से बच सके। जंगलो में रहने वाले साधु संत भी इसीलिए कुत्ता पालते थे ताकि आने वाले खतरे को जान सके। आज के समय में भी यही प्रथा चालू हे , लोग आने वाले खतरे या अपने आसपास के खतरों से बचने के लिए कुत्ते पालते हे।