साउथ सिनेमा में एक से बढ़कर एक दिग्गज और टैलेंटेड कलाकार हैं, जिसमें से एक नाम मलयालम के प्रसिद्ध अभिनेता फहद फासिल का भी आता है। हिंदी भाषी फैंस में फहद को ‘पुष्पा’ में भंवर सिंह के रोल के लिए जाना जाता है। एक तरफ जहां फैंस को अल्लू अर्जुन की ‘पुष्पा-2’ का बेसब्री से इंतजार है तो वहीं, भवर सिंह यानी फहद फासिल को देखने के लिए भी लोग काफी बेसब्र है। आज (8 अगस्त) फहद अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं। 1982 को जन्में मलयालम के प्रसिद्ध अभिनेता फहद जितने मंझे हुए कलाकार हैं, उतने ही नेक दिल वाले इंसान भी हैं।
फहद ने 10 साल की उम्र में चाइल्ड एक्टर के तौर पर अपने पिता की फिल्म में काम किया था, लेकिन लीड एक्टर के तौर पर उनकी पहली मूवी ‘कौथुम दुरक’ (2002) थी। पहली फिल्म में मिली आलोचना के चलते फहद ने एक्टिंग छोड़ दिया और अमेरिका फिलॉसफी की पढ़ाई करने चले गए। फहद को लगा कि वो आगे जाकर फिलॉसफी के फील्ड में ही अपना करियर बनाएंगे, लेकिन शायद उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा था। अमेरिका में ही फहद ने दिवंगत एक्टर इरफान खान की फिल्म देखी और उनके काफी प्रभावित हुए।
फहद ने इरफान की फिल्म ‘यूं होता तो क्या होता’ देखी जिसके बाद वो इरफान खान की एक्टिंग के फैन हो गए। इसके बाद उन्होंने इरफान खान की कई और फिल्में देखी। इसके बाद फहद को एक्टिंग में वापस आने का प्रोत्साहन मिला और उन्होंने अभिनय के बेहतर तरीके से समझना शुरू किया। दो सालों तक अपनी एक्टिंग को निखारने के बाद फहद ‘केरला कैफे’ में नजर आए। इस फिल्म में फहद का छोटा रोल था, लेकिन उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ हुई। फहद अब तक 50 फिल्मों में काम कर चुके हैं। हाल ही में वो कमल हासन की फिल्म ‘विक्रम’ में नजर आए। फहद ने एक साल में 12 फिल्मों में काम किया था।