कहानी- आश्रम 3 की कहानी पम्मी के विद्रोह से शुरू होती है जहां वह बाबा निराला के धाम से भाग जाती है। लेकिन इसके पीछे भूपा और उसके गुंडे अब भी पीछे पड़े हैं, जिसके चलते वह पूरे शहर में छिपती रहती हैं. पम्मी भी आवाज उठाती है, फिर भी उसकी नहीं सुनी जाती क्योंकि बाबा निराला इस बार ज्यादा ताकतवर हैं। वह सरकार भी चलाते हैं, उनके अनुयायी और भी निडर हैं।
एक्टिंग – बाबा निराला बने बॉबी देओल ने इस सीरीज में अपने करियर की बेहतरीन एक्टिंग की है। ऐसा लगता है कि वह चरित्र को पूरी तरह से समझ गया है। बाबा के सहयोगी बने भोपा यानी चंदन रॉय सान्याल ने भी अपनी भूमिका बखूबी निभाई है. पम्मी के किरदार में अदिति पाहनकर ने ठीक-ठाक काम किया है, ऐसा लगता है कि उन्हें बस किसी तरह करना ही था। इस सीजन में सोनिया नाम के एक किरदार की एंट्री हुई है जिसे ईशा गुप्ता ने निभाया है।
लेखन और निर्देशन- एक कुख्यात आश्रम 3 में 10 एपिसोड हैं। इसे 5 लोगों ने मिलकर लिखा है, लेकिन पूरा सीजन बहुत लंबा खिंच गया है। कुछ एपिसोड ऐसे हैं जो नहीं होने चाहिए थे। निर्देशन के मामले में प्रकाश झा का काम औसत है। लेकिन उन्होंने पर्दे पर बाबा की आलीशान जिंदगी को बखूबी दिखाया है।
कनक्लूजन-10 की इस सीरीज को आप देख सकते हैं एपिसोड। भले ही आपने इसे दो सीजन पहले देखा हो, लेकिन आप इसे नहीं देख पाएंगे। भास्कर से 5 में से 2.5 स्टार