नोएडा पुलिस लगातार लोगों को जागरूकता के लिए मास्क बांट रही है और लाउडस्पीकर से भी अपील कर रही है. – दैनिक भास्कर
नोएडा पुलिस लगातार लोगों को जागरूकता के लिए मास्क बांट रही है और लाउडस्पीकर से भी अपील कर रही है.
दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है. गाजियाबाद के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार सुबह रिपोर्ट जारी कर बताया है कि अब तक 49 स्कूलों और कॉलेजों में 75 छात्र और 12 शिक्षक संक्रमित पाए गए हैं. इन 49 में से अकेले 24 स्कूल गाजियाबाद के हैं और बाकी दिल्ली-नोएडा के हैं।
चूंकि ये सभी संक्रमित 87 छात्र-शिक्षक गाजियाबाद के रहने वाले हैं, इसलिए गाजियाबाद के स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी को अपने डेटा में जोड़ा है. जबकि अकेले नोएडा में अब तक 200 छात्र संक्रमित हो चुके हैं। यहां पिछले 24 घंटे में भी 18 नए छात्र संक्रमित पाए गए हैं।
देश भर में पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा कोरोना मामलों के मामले में दिल्ली पहले नंबर पर है, गुरुग्राम दूसरे नंबर पर, गौतमबुद्धनगर तीसरे नंबर पर और गाजियाबाद चौथे नंबर पर है.
इन 10 स्कूलों में 12 शिक्षक संक्रमित
एक सेंट फ्रांसिस स्कूल, गाजियाबाद में, तीन केआर मंगलम स्कूल में, एक डीएलएफ पब्लिक स्कूल, शालीमार गार्डन में, एक शिवय इंटरनेशनल स्कूल में, एक डीएवी स्कूल में, एक भारत राम ग्लोबल स्कूल इंदिरापुरम में, एक आईपी कॉलेज, दिल्ली में, एसकेवी गवर्नमेंट एक स्कूल गाजीपुर दिल्ली में और एक शिक्षक विश्व भारती पब्लिक स्कूल नोएडा में कोरोना संक्रमित है।
गाजियाबाद में 24 घंटे में 49 नए मामले
गाजियाबाद के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार सुबह छह बजे हेल्थ बुलेटिन जारी किया है. इसके मुताबिक पिछले 24 घंटे के अंदर यहां कोरोना के 49 नए मामले मिले हैं। इनमें बच्चों/छात्रों की संख्या 5 है। अब यहां एक्टिव केस बढ़कर 273 हो गए हैं। अप्रैल माह में अब तक कोरोना के 459 मरीज मिल चुके हैं। वहीं, पिछले 24 घंटे की संक्रमण दर बढ़कर 1.21 प्रतिशत हो गई है।
नोएडा का संक्रमण दर 51 फीसदी पर पहुंचा
गौतमबुद्धनगर की सेहत के मुताबिक यहां संक्रमण दर 51 फीसदी पहुंच गई है. इसका मतलब है कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इस जिले में अब तक एक्टिव मरीज 912 हैं। पिछले 24 घंटे में करीब 18 छात्र ही कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जबकि अब तक करीब 200 छात्र संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि 912 में से सिर्फ पांच मरीज ही अस्पताल में भर्ती हैं। अन्य सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं।