कोलकाता: बंगाली अस्मिता के मुद्दे को हवा देने का कोशिश करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने सोमवार को प्रश्न उठाया कि केन्द्र में आठ वर्ष से भाजपा की गवर्नमेंट होने के बाद भी किसी बंगाली को केन्द्रीय कैबिनेट में शामिल क्यों नहीं किया गया. तृणमूल की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने रविवार को बाबुल सुप्रियो को बालीगंज विधानसभा सीट पर उप चुनाव का प्रत्याशी घोषित किया था.
सुप्रियो ने कहा, “पिछले आठ वर्ष में पीएम मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ऐसा कभी नहीं लगा कि किसी बंगाली को कैबिनेट मंत्री बनाया जाए. क्या उन्हें लगता है कि बंगाली लोग कैबिनेट मंत्री बनने योग्य नहीं हैं?”
उन्होंने कहा, “उत्तर हिंदुस्तान की पार्टियों ने हमेशा बंगालियों को नजरअंदाज किया है. मैं ममता बनर्जी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे लोगों की सेवा करने का मौका दिया.