22 साल के ऑलराउंडर दोर्जी मेगा ऑक्शन के लिए 318 रजिस्टर्ड विदेशी खिलाड़ियों में शामिल इकलौते भूटानी हैं. पिछले साल वो भूटान के पहले ऐसे क्रिकेटर बने थे, जिन्होंने देश से बाहर जाकर फ्रेंचाइजी लीग में शिरकत किया था.
जिस देश में आर्चरी खेली जाती है. फुटबॉल का नशा है. वहां क्रिकेट के बीज अभी पनप रहे हैं. जेन्टलमैन गेम अभी जन-जन तक पहुंचने की कोशिश में है. हम बात कर रहे हैं हिमालय की गोद में बसे देश भूटान (Bhutan) की, जहां के एक क्रिकेटर मिक्यो दोर्जी (Mikyo Dorji) ने देश की सीमाएं लांघकर आईपीएल 2022 (IPL 2022) के मेगा ऑक्शन में अपना नाम रजिस्टर्ड कराया है. 22 साल के ऑलराउंडर दोर्जी मेगा ऑक्शन के लिए 318 रजिस्टर्ड विदेशी खिलाड़ियों में शामिल इकलौते भूटानी हैं. पिछले साल वो भूटान के पहले ऐसे क्रिकेटर बने थे, जिन्होंने देश से बाहर जाकर फ्रेंचाइजी लीग में शिरकत किया था. उन्होंने तब नेपाल में खेली जाने वाली एवरेस्ट प्रीमियर लीग की टीम ललितपुर पैट्रियट्स का प्रतिनिधित्व किया था.
साल 2018 में मलेशिया के खिलाफ डेब्यू करने वाले दोर्जी पैसे वाली इन टी20 लीग और उसमें खेलने के महत्व को अच्छे से समझते हैं. यही वजह है कि IPL 2022 के लिए नाम रजिस्टर्ड कराने के बाद अब वो भविष्य में इस टूर्नामेंट में डेब्यू करने का भी ख्वाब देख रहे हैं.
IPL खेलना है दोर्जी का सपना
द इंडियन एक्सप्रेस से उन्होंने कहा, ” IPL में खेलना मेरा सपना है. लोग ये देखते हैं कि ऑक्शन लिस्ट में भूटान से केवल एक खिलाड़ी है. लेकिन वो ये नहीं जानते कि अभी तो बस शुरुआत है. आगे और भी नाम आएंगे. IPL में नाम रजिस्टर्ड होना ही भूटान के नजरिए से बड़ी बात है.” दोर्जी बेशक IPL के लिए खिलाड़ी नए हैं लेकिन भारत से उनका पुराना कनेक्शन है. उनकी स्कूलिंग दार्जलिंग के सेंट जोसेफ स्कूल से हुई. जब उन्होंने क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरू किया तो वो चेन्नई के MRF पेस फाउंडेशन भी गए, जहां उन्होंने 2018 से 2019 तक बॉलिंग एक्शन पर काम किया.
धोनी से भी मिल चुके हैं दोर्जी
दोर्जी की मुलाकात एक बार एमएस धोनी से भी हो चुकी है. भारत के पूर्व कप्तान ने उन्हें कड़ी मेहनत करने और अपने खेल को हमेशा गंभीरता से लेने की सलाह दी थी. कुछ साल पहले दोर्जी ने बंगाल का भी दौरा किया. इस दौरे पर लगे कैंप में शिरकत करने कई और भूटानी क्रिकेटर भी उनके साथ गए थे. दोर्जी ने कहा कि, ” दुनिया के बाकी मुल्कों की तरह भूटान पर भी कोरोना का असर हुआ है, जिस वजह से यहां पिछले 24 महीने में कम ही क्रिकेट देखने को मिले हैं. उसका खामियाजा मुझे काफी भुगतना पड़ा क्योंकि मैं इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर रहा, जिससे मैं काफी कुछ सीख सकता था. ”
IPL संवार सकता है भूटान में क्रिकेट!
भूटान 2017 में ICC का एसोसिएट सदस्य बना. मेंस टी20 क्रिकेट में उसकी रैंकिंग 70वीं है. मतलब ये कि बतौर क्रिकेटिंग नेशन इसे अभी लंबा सफर तय करना है. अच्छी बात ये है कि भारत उसका पड़ोसी है, जिससे अपनी क्रिकेट को सजाने और सवारने में उसे मदद मिल सकती है. दोर्जी के शब्दों में कहें तो अगर IPL की फ्रेंचाइजी निकट भविष्य में भूटानी प्लेयर्स को चुनती है तो इससे भूटान क्रिकेट में नई क्रांति आ सकती है. साथ ही ज्यादा से ज्यादा युवा इस खेल की ओर आकर्षित होंगे. इसे अपना करियर बनाना चाहेंगे.