अहमदाबाद के निजी स्कूल में शुक्रवार को 8 साल की बच्ची की हार्टअटैक से मौत हो गई। गार्गी राणपरा सुबह की पारी में करीब 8 बजे स्कूल पहुंची थी। सीढ़ियां चढ़ते वक्त उसके सीने में अचानक दर्द उठा। दर्द के बाद बच्ची लॉबी की बैंच पर बैठ गईं और कुछ ही सेकेंड्स
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थलतेज इलाके के स्कूल स्टॉफ ने बच्ची को हॉस्पिटल भेजा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक जांच में बच्ची की मौत का कारण कार्डिएक अरेस्ट बताया गया है।
3 तस्वीरों से पूरी घटनाक्रम
गार्गी स्कूल स्टाफ के पास खड़ी है और उनकी बात सुन रही है।
सीने में दर्द होने के बाद बैंच पर बैठ गई।
बैंच पर बैठते ही जमीन पर गिर पड़ी। आसपास मौजूद टीचर-स्टूडेंट्स मदद के लिए दौड़े।
अचानक सीने में उठा था तेज दर्द
स्कूल की प्रिंसिपल शर्मिष्ठा सिन्हा ने बताया कि अटैक के बाद स्टाफ ने 108 एंबुलेंस पर कॉल किया। लेकिन, एंबुलेंस के स्कूल तक आने में देरी हो रही थी। इसके चलते उसे स्टाफ कार से जायडस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।
मुंबई में रहते हैं बच्ची के माता-पिता
गार्गी के माता-पिता मुंबई में रहते हैं। वह अहमदाबाद में दादा-दादी के पास ही रहती थी। घटना के बाद पुलिस ने स्कूल पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज की जांच की। क्राइम ब्रांच की टीम ने भी स्कूल की जांच की है। गार्गी पूरी तरह स्वस्थ थी। जायडस हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने कार्डियक अरेस्ट की आशंका जताई है। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की सही वजह सामने आएगी।
9 जनवरी को कर्नाटक के स्कूल में भी हुई ऐसी ही घटना
8 साल की तेजस्विनी।
ऐसा ही मामला कल (गुरुवार) को कर्नाटक के चामराजनगर जिले में सामने आया था। यहां सेंट फ्रांसिस स्कूल में 8 साल की बच्ची तेजस्विनी क्लासरूम में टीचर को अपनी कॉपी दिखाने के लिए अपनी सीट से उठी, और बेहोश हो गई। खुद को संभालने के लिए तेजस्विनी ने दीवार का सहारा भी लिया लेकिन जमीन पर गिर गई। स्कूल वालों ने तुंरत अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यहां भी डॉक्टरों ने बच्ची की मौत का संभावित कारण कार्डिएक अरेस्ट बताया है।