खेमेबाजी की सुर्खियों के बीच राजस्थान भाजपा ने विधानसभा चुनाव के एक्शन प्लान पर काम शुरू कर दिया है। बड़ी जीत के लिए भाजपा ने इस बार छोटे-छोटे प्लान बनाए हैं। माइक्रो मैनेजमेंट शुरू हो गया है।
एक-एक विधानसभा सीट के साथ एक-एक बूथ की मैपिंग चल रही है। सबसे ज्यादा फोकस ओवरऑल विधानसभा सीट के बजाय हर बूथ को मजबूत करने पर है। बूथ मैनेजमेंट के लिए करीब 10 लाख कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी करने के काम को पार्टी ने लगभग पूरा कर लिया है। अब इनके वैरिफिकेशन का काम चल रहा है। इन 10 लाख लोगों का एक ही मिशन रहेगा- वोटिंग के दिन हर मतदाता को बूथ तक लेकर आना। इसके लिए प्रत्येक 12 से 15 घरों पर एक सक्रिय कार्यकर्ता तैनात किया जा रहा है।
कमजोर सीटों के साथ-साथ कमजोर बूथों का अलग से कैटेगराइजेशन किया गया है, ताकि प्रत्येक बूथ पर किस तरह काम करना है इसकी क्लियरिटी रहे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संगठन के स्तर पर ग्राउंड वर्किंग के साथ चुनाव मैदान में उतारे जाने वाले चेहरों का चयन करने के लिए सर्वे भी करवाए जा रहे हैं। सेंट्रल लीडरशिप की ओर से लगातार हो रहे सर्वे के रिजल्ट का प्रदेश नेतृत्व की वर्किंग से भी मैच कराया जाएगा, ताकि कहीं कोई गैप नहीं रहे।