



रेटिंग एजेंसी मूडीज की इकाई आईसीआरए ने गौतम अडाणी समूह के पोर्ट्स और एनर्जी कारोबार की रेटिंग घटा दी है। आईसीआरए ने अदानी ग्रुप की रेटिंग ‘स्टेबल’ से बदलकर ‘नेगेटिव’ कर दी है। इसे अडानी ग्रूप के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
अडानी समूह की ये कंपनियां अडानी पोर्ट, स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड और अडानी टोटल गैस लिमिटेड हैं। गौतम अडानी पिछले कुछ समय से आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इसके बाद अडानी ग्रुप की रेटिंग नेगेटिव हो गई है। यह शेयर की कीमतों में गिरावट और अडानी समूह द्वारा जुटाए गए अंतरराष्ट्रीय बांडों में वृद्धि के कारण है। इससे पहले फरवरी में भी मूडीज ने अडाणी समूह की कंपनियों की रेटिंग घटाई थी।
गौतम अडानी 24 जनवरी तक दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे। लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उनकी कंपनियों के मार्केट कैप में बड़ी गिरावट देखने को मिली। जिससे वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में नीचे की ओर जाते रहे। उनकी लगभग आधी दौलत खत्म हो चुकी थी, लेकिन अब वह वापसी कर रहे हैं। अडानी के शेयरों में बीते कुछ सप्ताह से तेजी देखने को मिल रही है।
निवेशकों को समझाने के लिए आगे आए अडानी
रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने एक बयान जारी करते हुए आगे कहा कि मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है। इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने FPO वापस ले लिया है। इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम समय पर क्रियान्वयन पर ध्यान देना जारी रखेंगे। बाजार में स्थिरता आने के बाद हम अपनी पूंजी और बाजार रणनीति की समीक्षा करेंगे। हमारा ईएसजी पर खासा फोकस है और हमारा हर बिजनेस जिम्मेदार तरीके से वैल्यू क्रिएट करता रहेगा। हमारे गवर्नेंस सिद्धांतों का सबसे मजबूत सत्यापन, हमारी कई अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों से आता है।