आरोपी युक्ता कुमारी मोदी व सतीश सुतरिया को तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है।
ड्रग्स बनाने के लिए विदेशों में प्रतिबंधित केमिकल भेजने के मामले में गिरफ्तार सूरत के दो युवा उद्योगपति युक्ता मोदी व सतीश सुतरिया की लग्जरी लाइफ और विदेश में बसने की चाह थी। ये लोग मैक्सिको और ग्वाटेमाला की माफिया कंपनियों से जुड़ी कंपनियों को ड्रग
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आरोपी युक्ता कुमारी मोदी व सतीश सुतरिया।
एटीएस के रडार पर थी युक्ता मोदी सूत्रों के अनुसार, 2 माह पहले एटीएस ने युक्ता से ड्रग्स मामले में पूछताछ की थी। अमेरिकी सरकार ने ड्रग्स रैकेट में शामिल कुछ संदिग्धों की जानकारी एटीएस को दी थी, जिसके बाद एटीएस युक्ता सहित कई लोगों पर नजर रख रही थी।
युक्ता अपनी कर्मचारी दिशा से फोन पर बात कर कहती थी ‘माल दुबई भेजना है, वहां से सर की कंपनी इनवॉइस और लेबल बदल देगी, फिर ग्वाटेमाला भेजा जाएगा, हमें दिक्कत नहीं होगी।’ पुलिस जांच में पता चला कि ‘सर’ सतीश सुतरिया ही था। जांच में आरोपियों के ICICI बैंक खातों में करोड़ों का लेन-देन मिला है। पूछताछ में जब एटीएस ने पूछा कि इतनी बड़ी रकम किसे दी, तो युक्ता ने जवाब दिया – ‘याद नहीं।’
अदालत ने दोनों आरोपियों को तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया है।
70% मुनाफा और करोड़ों का लेन-देन दोनों ने सूरत की 3 बड़ी कंपनियों- SR, एथोस व अग्रत के जरिए यह अवैध कारोबार किया। रैकेट में उन्हें 60-70% का मुनाफा होता था। कुछ महीनों में अरबपति बनने की योजना थी।
और गिरफ्तारियां संभव एटीएस जवाब खोज रही है कि इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल है? क्या युक्ता-सतीश पहले भी ऐसे केमिकल्स बेच चुके हैं? क्या अन्य जगह भी ड्रग्स छिपाए गए हैं? दुबई की कंपनी किसके संपर्क में थी? एटीएस ने हैदराबाद की ‘एमिनो ऑर्गेनिक’ कंपनी की जांच शुरू की है, आरोपियों ने वहां से 30 किलो प्रतिबंधित केमिकल मंगाने का ऑर्डर दिया था।