आरोपी युक्ता कुमारी मोदी व सतीश सुतरिया को तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है।
गुजरात एटीएस ने दुनिया के कुख्यात मैक्सिकन ड्रग माफिया सिनालोआ कार्टेल और सूरत के दो उद्योगपतियों के बीच प्रतिबंधित केमिकल के अवैध निर्यात से जुड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है। गुजरात एटीएस टीम ने सूरत के व्यापारी सतीश कुमार हरेशभाई सुतारिया और युक्ता
.
इंटरनेशनल माफिया सिनालोओ कार्टेल को हो रही थी सप्लाई
आरोपी युक्ता कुमारी मोदी व सतीश सुतरिया।
ये कंपनियां इंटरनेशनल ड्रग्स माफिया सिनालोआ कार्टेल से जुड़ी हुई थीं और ड्रग्स में काम आने वाले रसायन उपलब्ध कराती थीं। ये कार्गों पार्सल पर मेडिकल दवा का लेबल लगा कर मैक्सिको और ग्वाटेमाल प्रतिबंधित रसायन भेजते थे। जिन्हें ड्रग्स बनाने के काम में लिया जाता था। गुजरात एंट्री टेरिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने इस ड्रग्स नेटवर्क का खुलासा करते हुए सूरत के उद्योगपति सतीश कुमार हरेशभाई सुतरिया और युक्ताकुमारी आशीष कुमार मोदी को गिरफ्तार किया।
एटीएस की जांच में पता चला है कि सूरत की एथोस केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड, अग्रत केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स और एसआर केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स कंपनी से मैक्सिको और ग्वाटेमाला की कंपनियों को ड्रग बनाने वाले रसायन सप्लाई किए जा रहे थे।
एटीएस अब कई प्रमुख बिंदुओं की जांच कर रही
अदालत ने दोनों आरोपियों को तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया है।
ड्रग्स बनाने का रसायन ग्वाटेमाला स्थित जेएंड सी इम्पोर्ट कंपनी को भेजे जाते थे, जो सीधे सिनालोआ कार्टेल से जुड़ी बताई जा रही है। एटीएस दोनों उद्योगपतियों को रिमांड पर लेकर अहमदाबाद रवाना हो गई है। एटीएस अब आरोपियों के लिंक, फर्जी दस्तावेज बनाने सहित कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।
दुनिया का खतरनाक ड्रग माफिया है सिनालोआ कार्टेल सिनालोआ कार्टेल दुनिया का सबसे बड़ा और खतरनाक ड्रग माफिया गिरोह है। इसकी स्थापना कुख्यात ड्रग लॉर्ड जोआक्विन गुज़मैन उर्फ एल चापो ने की थी। ये फेंटानिल, हेरोइन, कोकीन व अन्य घातक ड्रग्स सप्लाई करता है। फेंटानिल एक शक्तिशाली सिंथेटिक ओपिओइड है, जो मॉर्फिन से 50 गुना अधिक घातक होता है। अमेरिका में हर साल लगभग 70,000 लोग फेंटानिल के ओवरडोज से मारे जाते हैं।
ड्रग्स रैकेट का दुबई कनेक्शन भी उजागर
आरोपी कारोबारी युक्ता कुमारी मोदी।
एटीएस की जांच में सामने आया कि आरोपी उद्योगपतियों के दुबई, अमेरिका, मैक्सिको और ग्वाटेमाला के ड्रग माफियाओं से संबंध हैं। आरोपी युक्ता कुमारी मोदी ने अपनी सहकर्मी दिशाबेन पटेल को फोन पर बताया कि ड्रग्स को पहले दुबई भेजा जाएगा, जहां नए लेबल लगाकर ग्वाटेमाला भेजा जाएगा, ताकि किसी को शक न हो।
1-Boc-4-Piperidone नामक नियंत्रित पदार्थ को विटामिन C के लेबल में एयर कार्गो से निर्यात करते थे।4-Anilino-N-phenethylpiperidine (ANPP) और N-Phenethyl-4-piperidinone (NPP) जैसे प्रतिबंधित रसायनों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विदेश भेजते थे।ये रसायन यूएनओ की अंतरराष्ट्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड की रेड लिस्ट में हैं।उद्योगपति नकली एंड-यूजर सर्टिफिकेट और फर्जी इनवॉइस बनाकर एयर कार्गो से ड्रग्स निर्यात करते थे।