पुलिस ने पहले दिन 23445 चालान काटकर 1.18 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला।
सूरत शहर में शनिवार से हेलमेट अनिवार्य हो गया है। शहर में पहले ही दिन ज्यादातर लोग हेलमेट में नजर आए। ट्रैफिक पुलिस अब सिर्फ सड़क पर ही नहीं, बल्कि आसमान से भी नजर रख रही है। ड्रोन की मदद से बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ
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ड्रोन उड़ाया तो बिना हेलमेट वाले चालक छिपने लगे
अगर किसी पर 5 से ज्यादा ई-चालान हुए, तो लाइसेंस सस्पेंड हो जाएगा।
सुबह से ही शहर के प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की ड्रोन विंग एक्टिव हो गई। जैसे ही ड्रोन उड़ाया गया, हेलमेट न पहनने वाले चालक सिग्नल के पीछे छिपने लगे। कुछ लोगों ने आगे खड़े वाहनों के पीछे छिपने की कोशिश की, तो कुछ ऑटो और ट्रकों के पास चलने लगे। कुछ लोगों ने तो गॉगल्स और मफलर पहन लिए, लेकिन ट्रैफिक पुलिस की टीम ने तुरंत नंबर प्लेट स्कैन कर चालान जारी कर दिया।
1.18 करोड़ का जुर्माना वसूला गया हालांकि जो लोग पकड़े गए उन्होंने काफी अलग अलग तरह के बहाने बनाए। पुलिस ने रात 8 बजे तक शहर में बिना हेलमेट वाहन चलाने वाले 4,424 लोगों पर मौके पर जुर्माना लगाया, जबकि वन नेशन, वन चालान प्रणाली के तहत 19,221 ई-चालान जारी किए गए। इसके अलावा 1.18 करोड़ का जुर्माना वसूला गया। बिना हेलमेट वाले वाहन चालकों ने पुलिस के सामने तरह-तरह के बहाने भी बनाए। लेकिन ट्रैफिक पुलिस की वन नेशन, वन चालान एप में इन बहानों की कोई जगह नहीं थी। अगर किसी पर 5 से ज्यादा ई-चालान हुए, तो लाइसेंस सस्पेंड हो जाएगा।
ड्रोन, सीसीटीवी और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की मदद से हेलमेट न पहनने वालों को ट्रैक किया जा रहा है।
हेलमेट न पहनने से 2024 में 146 मौतें शहर में पुलिस ने हेलमेट जागरूकता अभियान चलाया था। इसके बावजूद कई वाहन चालक बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चला रहे हैं। ऐसे में शनिवार से ट्रैफिक पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। सूरत पुलिस ने पुलिस के अनुसार, 2024 में सूरत में 307 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें से 146 मामलों में हेलमेट न पहनने की वजह से मौतें हुईं। इसे देखते हुए 1 जनवरी 2025 से लगातार 45 दिनों तक हेलमेट जागरूकता अभियान चलाया गया था।
ड्रोन, सीसीटीवी और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की मदद से हेलमेट न पहनने वालों को ट्रैक किया जा रहा है। 3000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात हैं, और 40 से ज्यादा टीमें मौके पर ही दंड वसूल रही हैं। सीसीटीवी और VOC सिस्टम तुरंत वाहन नंबर स्कैन कर ई-चालान भेज देगा। – अमिता वानाणी, डीसीपी
नए सिविल अस्पताल की 125 से अधिक महिला कर्मचारियों को हेलमेट वितरित किए गए।
हेलमेट नहीं पहनने वालों के अजीब-अजीब बहाने हेलमेट कल चोरी हो गया: एक फूड डिलीवरी वाले को खरवर नगर में पुलिस ने हेलमेट न पहनने के लिए पकड़ा था। उसने बताया कि बीती रात उसका हेलमेट चोरी हो गया। पुलिस ने उसे कहा कि एफआईआर करवाना चाहिए थी। तो वो कुछ नहीं बोला। मैं घर में अकेला कमाने वाला हूं: रोकड़िया के पास पकड़े गए युवक ने पुलिस को भावुक कारण के लिए कहानी बनाई और उसने कहा कि मैं घर पर अकेला हूं। मेरी बहन है, मां है, मैं अकेला कमाने वाला हूं।
मेरा सिर बड़ा है: इस सब में एक रोचक बहाना ये था िजसमें एक आदमी ने बताया कि मेरा सिर बड़ा है और मुझे अपने नाप का हेलमेट नहीं मिल रहा है।
हेलमेट से एक्सीडेंट होता है: वहीं एक ने कहा कि हेलमेट पहने से एक्सीडेंट बढ़ेगा। जब पुलिस ने कारण पूछा तो उसने कहा कि पीछे से आने वाली गाड़ी को सिर घुमाकर नहीं देख पाते हैं। इसमें दिक्कत हो जाएगी। पुलिस ने कहा कि साइड मिरर लगाओ।
शहर का नियम मुझ पर क्यों लागू होगा: कामरेज से आए युवक ने एसवी एनआईटी के पास पकड़े जाने पर कहा कि मैं कामरेज से आया हूं, तो शहर में लागू हुए हेलमेट का नियम मुझ पर क्यों लागू होगा। मेरी सहेली से पैसे लीजिए: बड़ौदा से शादी में आई महिला ने पुलिस को कहा कि मैं अपने सहेली के घर आई हूं। मुझे नहीं पता यहां क्या चल रहा है। पैसे मेरी सहेली से लीजिए। उसने मुझे नियम के बारे में नहीं बताया था।