भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बीते दिनों को ‘हर पेमेंट डिजिटल’ मिशन की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत के प्रमुख डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) में एक दिन में एक अरब लेनदेन को संसाधित करने की क्षमता है। डिजिटल भुगतान जागरूकता सप्ताह के मिशन का लक्ष्य देश के प्रत्येक नागरिक को डिजिटल भुगतान अपनाने के लिए तैयार करना है।
दास ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि और देश वास्तविक समय के आधार पर अपने भुगतान को भारत के साथ जोड़ेंगे, जैसा कि पिछले महीने सिंगापुर ने किया था। मौजूदा समय में यूपीआई के जरिए रोजाना 26 करोड़ ट्रांजैक्शन किए जाते हैं। सिस्टम में प्रति दिन 100 करोड़ लेनदेन को संभालने की क्षमता है। दास ने कहा कि इस प्रकार सिस्टम यूपीआई प्लेटफॉर्म के तहत नए ग्राहकों को स्वीकार करने के लिए तैयार है। 1 मार्च को UPI के जरिए 30 करोड़ ट्रांजैक्शन किए गए। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम UPI को तीन समानांतर प्रणालियों के माध्यम से संचालित करता है।
UPI से पैसे कैसे ट्रांसफर करें
यूपीआई एक डिजिटल मनी ट्रांसफर टूल है। इसे पैसे के लेन-देन की सुविधा के लिए डिजिटल इंडिया अभियान के तहत लॉन्च किया गया था। UPI से आप सेकंड में एक खाते से दूसरे खाते में पैसे भेज सकते हैं। UPI की मदद से दो पार्टियां एक दूसरे को मोबाइल प्लेटफॉर्म पर डिजिटल रूप से पैसे भेज सकती हैं। यह ट्रांजैक्शन पूरी तरह से सेफ है। पैसा दो पक्षों के बीच, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति या एक व्यक्ति से व्यापारी के बीच भी स्थानांतरित किया जा सकता है। किसी भी यूपीआई में बैंक खाता जोड़ने के लिए आपके बैंक के पास यूपीआई सुविधा होनी चाहिए और आपके फोन पर यूपीआई ऐप होने से यह काम आसान हो जाता है।