गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल एवं उद्योग मंत्री की उपस्थिति में सोमवार आज उद्योग विभाग एवं ओकिओर एनर्जी इंडिया प्रा. लिमिटेड के बीच में कच्छ जिले में 40,000 करोड़ रुपये के निवेश से 1 एमटीपीए उत्पादन क्षमता वाली ग्रीन हाइड्रोजन-ग्रीन अमोनिया परियोजना के निर्माण के लिए MOU संपन्न हुआ।
ओकिओर एनर्जी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने गुजरात सरकार के साथ समझौते पे हस्ताक्षर किए। गुजरात में ग्रीन हाइड्रोजन-ग्रीन अमोनिया उत्पादन और आवश्यक नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना 2030 तक 40 हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ दो चरणों में शुरू की जाएगी। जिसके माध्यम से लगभग 10,400 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे।
गुजरात के कच्छ जिले में 1 मिलियन टन प्रति वर्ष क्षमता की हरित अमोनिया परियोजना स्थापित की जाएगी। गुजरात हरित विकास के नाम पर शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन और हरित स्वच्छ ऊर्जा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केआह्वान को स्वीकार करने के लिए तैयार है।
इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में राज्य सरकार के उद्योग विभाग और ओकिओर एनर्जी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन कच्छ जिले में 1 मिलियन टन प्रति वर्ष की उत्पादन क्षमता के साथ ग्रीन हाइड्रोजन-ग्रीन अमोनिया परियोजना के विकास के लिए है।
प्रस्तावित परियोजना के 40,000 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ 2030 तक दो चरणों में पूरा होने की उम्मीद है, जिससे लगभग 10,400 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। डेवलपर उद्योग समूह ओकिओर एनर्जी के सीईओ ने कहा कि इस परियोजना से प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया-मेक फॉर द वर्ल्ड की अवधारणा को साकार कर प्लांट में उत्पादित अमोनिया को गुजरात से अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों तक भेजा जा सकेगा।
उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव कमल दयानी और ओकिओर एनर्जी के सीईओ। रंजीत गुप्ता ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए और आदान-प्रदान किया।