भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) अब धोखाधड़ी वाले कॉल और धोखाधड़ी से जुड़े मामलों पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है। ट्राई एक नया फीचर लेकर आ रहा है, जिसके तहत अब कॉल आने पर आपको कॉलर का सही नाम दिखाई देगा। सरकार का फैसला ऐसे समय में आया है जब स्पैम कॉल और धोखाधड़ी से जुड़े मामलों की संख्या बढ़ रही है।
आज हम जानते हैं ट्राई के इस नए फीचर के बारे में।
सवाल– कैसे काम करेगा ट्राई का नया फीचर?
उत्तर – पूरी प्रक्रिया केवाईसी (नो योर कस्टमर) पर आधारित होगी, जिसमें यूजरनेम केवाईसी में दर्ज होगा। केवाईसी किसी भी फर्जी कॉल की पहचान करने में मदद करेगा।
प्रश्न: फर्जी कॉल की जानकारी के लिए कुछ ऐप्स पहले से मौजूद हैं, यह फीचर कैसे अलग होगा?
उत्तर: बिल्कुल। Truecaller, Showcaller, Bharatcaller जैसे कुछ ऐप हैं, जो आपको बताते हैं कि आपको कौन कॉल कर रहा है, लेकिन वे केवल यूजर डेटा का इस्तेमाल करते हैं। इनमें केवाईसी पर आधारित यूजर्स के नाम नहीं आते हैं। हालांकि, इन ऐप्स पर क्राउड सोर्सिंग की वजह से सटीक जानकारी नहीं मिल पाती है।
ट्राई के इस नए फीचर में क्राउडसोर्सिंग डेटा के आधार पर कॉल करने वालों की पहचान करने वाले कुछ ऐप की तुलना में अधिक सटीकता और पारदर्शिता होगी।
प्रश्न : इस प्रक्रिया को कब तक लागू किया जाएगा?
जवाब: इस मामले में हम दूरसंचार विभाग (DoT) से बात कर रहे हैं और सरकार इसे अगले 1-2 महीने में लागू करने पर विचार कर रही है.
सवाल– इस फीचर की मदद से कैसे पाएं फर्जी कॉल्स से राहत?
जवाब -साइबर अपराध से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों को रोका जा सकता है।
किसी बैंक या बीमा कंपनी का एजेंट बनकर फर्जी फोन कॉल्स से छुटकारा पाएं।
आप किसी अंजान नंबर से धोखाधड़ी का शिकार नहीं बन पाएंगे।
नए मैकेनिज्म से ग्राहकों के लिए कॉल करने वाले का नाम पता करना आसान होगा, इससे उन्हें फर्जी कॉल से राहत मिलेगी।
आप अपना या दूसरे का नाम नहीं बदल सकते हैं
जब भी कोई कॉल करेगा तो उसका नाम केवाईसी के अनुसार सामने आएगा।
अब डॉन, पापा का फरिश्ता, मुन्ना माइकल, क्राइम मास्टर गोगो, सीक्रेट लवर, मोगेनबो जैसे अजीबोगरीब नाम किसी को उसकी मर्जी के मुताबिक नहीं हो सकेंगे। ऐसे नाम रखना मना होगा। सिर्फ नाम ही शो होगा, जो रजिस्टर्ड है।