Karnavati 24 News
તાજા સમાચાર
ताजा समाचार
जीवन शैली

बच्चो को ग्राइप वाटर क्यों और कब पिलानी चाहिए जाने।

शिशुओं के जब दांत निकलना शुरु होते हैं, तब भी उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान शिशु चिड़चिड़ा हो जाता है और बहुत रोता है, इसके उपचार के लिए बच्चे को ग्राइप वाटर दिया जा सकता है। इसको पीने से बच्चे को काफी हद तक आराम मिलेगा।कई बच्चों को एसिडिटी की समस्या बनी रहती है। उसके लिए भी ग्राइप वाटर को दिया जा सकता है। इससे बच्चों को एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या से आराम मिलेगा।अगर आपका बच्चा दूध पीने के बाद डकार नहीं करता या फिर ऊपर से दूध नहीं निकालता है, तो ऐसी स्थिति में बच्चे को ग्राइप वॉटर देना चाहिए। ग्राइप वॉटर पीने से शिशुओं को डकारआती है, जिससे आगे होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है।

जब तक शिशु 6-7 माह का न हो जाए तब तक कोई अच्छा ग्राइप वाटर सुबह शाम पिलाना चाहिए। इससे बच्चे के पेट में मरोड़ नहीं उठती और पाचन क्रिया अच्छी रहती है। ऊपर का दूध हमेशा उबाल कर ठंडा करके पिलाना चाहिए और दूध या पानी हमेशा कटोरी-चम्मच से पिलाना चाहिए। दस्त के समय बच्चे को भोजन देना जारी रखें, शिशु हो तो स्तनपान जारी रखें।

ग्राइप वाटर वैसे तो बच्चों के लिए सुरक्षित होता है, लेकिन कई बार शिशु को इससे एलर्जी भी हो सकती है। कई बार ग्राइप वाटर के सेवन से बच्चों में इस तरह की एलर्जी हो सकती है, जिसपर आपको ध्यान देना चाहिए। ये सभी एलर्जी शिशुओं में देखी जा सकती है।

संबंधित पोस्ट

कोरोना पर बड़ा सवाल: कुछ लोग दूसरों से ज्यादा बीमार क्यों होते हैं?

कोटेश्वर महादेव के दर्शन कर लीजिये , कही जाने की जरुरत नहीं अहमदाबाद में ही।

मैसेचुसेट्स ने लोगों के स्वास्थ्य को लेकर एक स्टडी की, कहा- ’10 हजार नहीं अब 6 हजार स्टेप्स रोजाना चलने पर भी’

Karnavati 24 News

क्या आप भी शुगर फ्री खाते हो तो जान लें इसके साइड इफेक्ट्स।

Admin

दुनिया की 52% आबादी सिरदर्द से पीड़ित: 15.8% लोग हर दिन इस दर्द से पीड़ित होते हैं, यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम है।

Admin

30 हज़ार सर्प प्रतिमाओं वाला यह नाग मंदिर समर्पित है नागराज और उनकी पत्नी नागयक्षी

Karnavati 24 News