America Archives - Karnavati 24 News https://karnavati24news.com/news/tag/america Wed, 26 Mar 2025 11:40:45 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.2 https://karnavati24news.com/wp-content/uploads/2020/07/2020-07-28-2.png America Archives - Karnavati 24 News https://karnavati24news.com/news/tag/america 32 32 मैक्सिकन माफिया को सूरत से हो रही थी ड्रग्स सप्लाई: विटामिन-सी के नाम पर भेज रहे थे केमिकल, तीनों आरोपी केमिकल्स कारोबारी https://karnavati24news.com/news/30224 https://karnavati24news.com/news/30224#respond Wed, 26 Mar 2025 11:40:45 +0000 https://karnavati24news.com/?p=30224 सूरत20 मिनट पहले कॉपी लिंक अमेरिका में बैठे भावेश लाठिया को सतीश और युक्ता केमिकल्स सप्लाई कर रहे थेे। गुजरात एटीएस ने दुनिया के कुख्यात मैक्सिकन ड्रग माफिया सिनालोआ कार्टेल को प्रतिबंधित केमिकल भेजने के मामले में सूरत के दो कारोबारियों को अरेस्ट किया गया है। सूरत के सतीश कुमार...

The post मैक्सिकन माफिया को सूरत से हो रही थी ड्रग्स सप्लाई: विटामिन-सी के नाम पर भेज रहे थे केमिकल, तीनों आरोपी केमिकल्स कारोबारी appeared first on Karnavati 24 News.

]]>

सूरत20 मिनट पहले

कॉपी लिंक

अमेरिका में बैठे भावेश लाठिया को सतीश और युक्ता केमिकल्स सप्लाई कर रहे थेे।

गुजरात एटीएस ने दुनिया के कुख्यात मैक्सिकन ड्रग माफिया सिनालोआ कार्टेल को प्रतिबंधित केमिकल भेजने के मामले में सूरत के दो कारोबारियों को अरेस्ट किया गया है। सूरत के सतीश कुमार हरेशभाई सुतारिया और युक्ताकुमारी मोदी पर आरोप है कि दोनों कारोबारी प्रतिबंधित ड्रग फेंटानिल बनाने में प्रयुक्त केमिकल्स बनाकर उसे मैक्सिको, ग्वाटेमाला और अन्य देशों में निर्यात कर रहे थे।

ये दोनों कंपनियां इंटरनेशनल ड्रग्स माफिया सिनालोआ कार्टेल से जुड़ी हुई थीं और ड्रग्स में काम आने वाले रसायन उपलब्ध कराती थीं। ये कार्गों पार्सल पर मेडिकल दवा का लेबल लगा कर मैक्सिको और ग्वाटेमाल प्रतिबंधित रसायन भेजते थे। जिन्हें ड्रग्स बनाने के काम में लिया जाता था। सूरत की कोर्ट ने दोनों आरोपियों को रिमांड पर भेज दिया है। अमेरिकी सरकार ने भी सूरत की रेक्सटर केमिकल्स और एथोस केमिकल्स पर यह आरोप लगाया है। इसका मतलब है कि सिनालोआ जैसे खतरनाक लैटिन अमेरिकी गैंग गुजरात में पैर जमा रही हैं।

US में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद इन दोनों को पकड़ा गया न्यूयॉर्क में बीती 4 जनवरी को, रेक्सटर केमिकल के संस्थापक भावेश लाठिया को फेंटानिल बनाने में प्रयुक्त केमिकल को मैक्सिको के कुख्यात सिनालोआ कार्टेल और अन्य ड्रग तस्करों को अवैध रूप से भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले भावेश लाठिया ने फरवरी 2024 में भी मैक्सिको में एक ड्रग तस्कर को 100 किलोग्राम यही केमिकल भेजा था।

जांच आगे बढ़ी तो इसके तार गुजरात के सूरत तक पहुंचे और अमेरिकी जांच एजेंसी ने भारतीय एजेंसियों को इसकी सूचना दी। इसके बाद गुजरात एटीएस जांच में जुटी और पता चला कि भावेश की कंपनी एस.आर. केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स हेड ऑफिस सूरत के जहांगीरपुरा में है। जांच में यह भी पता चला कि इसी कंपनी से एथोस केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड और अग्रत केमिकल एंड फार्मास्युटिकल्स के प्रमुख साझेदार सतीश सुतारिया और युक्ता मोदी भी जुड़े हुए थे। इस तरह सूरत की ये तीनों कंपनियां सीधे तौर पर फेंटानिल ड्रग्स बनाने में यूज होने वाले केमिकल्स की सप्लाई कर रही थीं।

भावेश लाठिया सूरत सहित देश भर में विभिन्न लोगों की मदद से फेंटानिल में इस्तेमाल होने वाले रसायनों का नेटवर्क चला रहा था। इसकी जांच की जा रही है। सूरत और गुजरात के कुछ दवा आपूर्तिकर्ताओं की मदद से वह केमिकल्स को विभिन्न देशों में भेजता था और धीरे से उन्हें अमेरिका पहुंचा देता था।

विटामिन सी का लेबल लगाकर भेज रहे थे केमिकल गुजरात एटीएस ने 18 मार्च को सूरत के कारोबारी सतीश हरेश सुतारिया (36) और युक्ताकुमारी मोदी (24) को सूरत से गिरफ्तार किया। एटीएस की जांच में पता चला कि सतीश सुतारिया और युक्ता मोदी फर्जी नामों और झूठे दस्तावेजों के तहत फेंटानिल बनाने के लिए प्रमुख रसायन का निर्यात कर रहे थे। विटामिन-सी का लेबल लगाकर ये दवा एयर कार्गो के जरिए दुबई, मैक्सिको, ग्वाटेमाला जैसे कई देशों भेजी जा रही थी।

दुबई से नए लेबल के साथ ग्वाटेमाला पहुंचता था केमिकल जांच में पता चला कि आरोपियों के अमेरिका, मैक्सिको और ग्वाटेमाला के अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफियाओं से सीधे तौर पर संबंध हैं। युक्ताकुमारी मोदी ने अपनी सहकर्मी दिशाबेन पटेल को फोन पर बताया था कि माल पहले दुबई भेजा जाएगा और वहां से नए लेबल के साथ उसे ग्वाटेमाला भेजा जाएगा।

भावेश लाठिया सूरत सहित देश भर में विभिन्न लोगों की मदद से फेंटानिल में इस्तेमाल होने वाले रसायनों का नेटवर्क चला रहा था। इसकी जांच की जा रही है। सूरत और गुजरात के कुछ दवा आपूर्तिकर्ताओं की मदद से वह केमिकल्स को विभिन्न देशों में भेजता था और धीरे से उन्हें अमेरिका पहुंचा देता था।

आरोपी युक्ता कुमारी मोदी व सतीश सुतरिया।

आरोपी युक्ता कुमारी मोदी व सतीश सुतरिया।

भावेश सतीश और युक्ता मोदी की तिकड़ी सतीश सुतारिया, युक्ता मोदी और भावेश लाठिया की इस तिकड़ी में यह भी खुलासा हुआ है कि भावेश लाठिया और सतीश चचेरे भाई भी हैं। भावेश लाठिया 2022 से पहले एथोस केमिकल्स में निदेशक था। इसी एथोस केमिकल्स में युक्ता आशीष मोदी और सतीश सुतारिया की बड़ी हिस्सेदारी है।

इस प्रकार, ये तीनों व्यवसायी एक-दूसरे से परिचित थे। हालांकि, भावेश लाठिया ने 2022 में एथोस केमिकल्स को छोड़कर रेक्सटर केमिकल्स नाम से एक फार्मा कंपनी शुरू कर ली थी। कंपनी को 3 अक्टूबर, 2022 को भारतीय विदेश व्यापार निदेशालय के साथ एक आयात और निर्यात कंपनी के रूप में पंजीकृत किया गया।

युक्ता के घर आता-जाता था भावेश लाठिया ओलपाड गांव के लोगों सेमिली जानकारी के मुताबिक, भावेश लाठिया ओलपाड में युक्ता के घर उससे मिलने आता था। युक्ता का परिवार भी भावेश से परिचित था। इतना ही नहीं, चर्चा यह भी थी कि कई बार भावेश की कंपनी से आने वाला सामान युक्ता मोदी के घर की तीसरी मंजिल पर रखा जाता था। नवरात्रि और गणपति उत्सव के दौरान, कुछ बक्से रात में युक्ता मोदी के घर लाए जाते थे। एटीएस ने अभी तक भावेश और युक्ता मोदी के बीच संबंध के बारे में कुछ नहीं कहा है। लेकिन शहर भर में चर्चा है कि भावेश लाठिया युक्ता मोदी से मिलने उनके घर आता था।

भावेश को हो सकती है 53 साल तक की जेल न्यूयॉर्क में गिरफ्तार किए गए भावेश लाठिया को संयुक्त राज्य अमेरिका के मजिस्ट्रेट न्यायाधीश जोसेफ ए. लाठिया ने संयुक्त राज्य अमेरिका में फेंटानिल रसायनों को वितरित करने और आयात करने के आपराधिक षड्यंत्र के आरोप में दोषी ठहराया है। अब उसके खिलाफ सजा का ऐलान होना है। अमेरिकी कानून के मुताबिक, उसे 53 साल तक की जेल हो सकती है।

सिनालोआ कार्टेल की स्थापना कुख्यात ड्रग लॉर्ड जोआक्विन गुज़मैन उर्फ एल चापो ने की थी।

सिनालोआ कार्टेल की स्थापना कुख्यात ड्रग लॉर्ड जोआक्विन गुज़मैन उर्फ एल चापो ने की थी।

दुनिया का खतरनाक ड्रग माफिया है सिनालोआ कार्टेल सिनालोआ कार्टेल दुनिया का सबसे बड़ा और खतरनाक ड्रग माफिया गिरोह है। इसकी स्थापना कुख्यात ड्रग लॉर्ड जोआक्विन गुज़मैन उर्फ एल चापो ने की थी। ये फेंटानिल, हेरोइन, कोकीन व अन्य घातक ड्रग्स सप्लाई करता है।

फेंटानिल का एक दाना भी हेरोइन से 50 गुना अधिक घातक फेंटेनाइल का निर्माण मैक्सिको, चीन और भारत सहित कई देशों में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से किया जाता है। फेंटानिल एक शक्तिशाली सिंथेटिक ओपिओइड है, जो मॉर्फिन से 50 गुना अधिक घातक होता है। इसे बनाने की प्रक्रिया बहुत त्वरित और सस्ती है। फेंटेनाइल की छोटी खुराक (2-3 मिलीग्राम, नमक के कुछ दानों के बराबर) भी घातक हो सकती है। अमेरिका में हर साल लगभग 70,000 लोग फेंटानिल के ओवरडोज से मारे जाते हैं।

खबरें और भी हैं…

The post मैक्सिकन माफिया को सूरत से हो रही थी ड्रग्स सप्लाई: विटामिन-सी के नाम पर भेज रहे थे केमिकल, तीनों आरोपी केमिकल्स कारोबारी appeared first on Karnavati 24 News.

]]>
https://karnavati24news.com/news/30224/feed 0
गुजरात के पिता-बेटी की अमेरिका में हत्या: शराब स्टोर खोलते ही आरोपी ने दोनों पर की फायरिंग, 7 साल पहले US शिफ्ट हुआ था परिवार https://karnavati24news.com/news/30064 https://karnavati24news.com/news/30064#respond Sun, 23 Mar 2025 10:23:37 +0000 https://karnavati24news.com/?p=30064 महेसाणा5 मिनट पहले कॉपी लिंक बीते गुरुवार (20 मार्च) की घटना। शराब स्टोर में काम करते थे पिता-बेटी। अमेरिका के वर्जीनिया में एक भारतीय मूल के पिता और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक प्रदीप पटेल (56) और उनकी बेटी उर्वी (24) एक स्टोर में काम करते...

The post गुजरात के पिता-बेटी की अमेरिका में हत्या: शराब स्टोर खोलते ही आरोपी ने दोनों पर की फायरिंग, 7 साल पहले US शिफ्ट हुआ था परिवार appeared first on Karnavati 24 News.

]]>

महेसाणा5 मिनट पहले

कॉपी लिंक

बीते गुरुवार (20 मार्च) की घटना। शराब स्टोर में काम करते थे पिता-बेटी।

अमेरिका के वर्जीनिया में एक भारतीय मूल के पिता और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक प्रदीप पटेल (56) और उनकी बेटी उर्वी (24) एक स्टोर में काम करते थे।

गुरुवार सुबह प्रदीप और उर्वी ने स्टोर खोला ही था कि तभी एक अश्वेत शख्स ने दोनों पर गोलीबारी की और फरार हो गया। प्रदीप की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उर्वी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

पुलिस ने बताया कि वारदात वाले दिन आरोपी पूरी रात स्टोर के बाहर बैठा रहा था। सुबह स्टोर खुलते ही अंदर दाखिल हुआ और दोनों पर फायरिंग कर दी। वारदात के दो घंटे बाद ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

हत्या का आरोपी जॉर्ज फ्रेजियर वर्जीनिया।

हत्या का आरोपी जॉर्ज फ्रेजियर वर्जीनिया।

रात में स्टोर न खुलने से नाराज था आरोपी

पुलिस के मुताबिक, हत्या के आरोपी जॉर्ज फ्रेजियर ने पूछताछ में बताया कि वह रात में शराब लेने आया था, लेकिन स्टोर बंद था। वह इसी बात से गुस्सा था कि स्टोर रात में क्यों नहीं खुला था। इसीलिए वह रात भर स्टोर के बाहर बैठा रहा और सुबह दोनों को गोली मार दी।

7 साल पहले अमेरिका गया था परिवार

प्रदीप पटेल मूल रूप से गुजरात में महेसाणा जिले के कनोदा गांव के रहने वाले थे। यहां वे इलेक्ट्रॉनिक शॉप चलाते थे। 7 साल पहले पत्नी हंसाबेन और बेटी उर्वी के साथ वे अमेरिका में बस गए थे। वे और उनकी बेटी वर्जीनिया में एक स्टोर में काम करते थे।

स्टोर मालिक पाटेश पटेल ने बताया कि प्रदीप मेरे चचेरे भाई हैं। मेरा स्टोर प्रदीपभाई और उर्वी ही संभालते थे। गुरुवार सुबह मुझे फोन फोन पर हादसे की जानकारी मिली।

प्रदीपभाई और उनकी बेटी उर्वी की फाइल फोटो।

प्रदीपभाई और उनकी बेटी उर्वी की फाइल फोटो।

दूसरी बेटी अहमदाबाद और तीसरी कनाडा में रहती है

मृतक के चाचा चंदूभाई महेसाणा के कानोदा में रहते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदीपभाई के बेटी उर्वी की तीन साल पहले ही अमेरिका में रहने वाले और मूल रूप से गुजराती युवक से शादी हुई थी। प्रदीपभाई की दूसरी बेटी अहमदाबाद और तीसरी बेटी कनाडा में रहती है।

महेसाणा के कानोदा में रहने वाले मृतक प्रदीपभाई के चाचा चंदूभाई।

महेसाणा के कानोदा में रहने वाले मृतक प्रदीपभाई के चाचा चंदूभाई।

खबरें और भी हैं…

The post गुजरात के पिता-बेटी की अमेरिका में हत्या: शराब स्टोर खोलते ही आरोपी ने दोनों पर की फायरिंग, 7 साल पहले US शिफ्ट हुआ था परिवार appeared first on Karnavati 24 News.

]]>
https://karnavati24news.com/news/30064/feed 0
6 महीने की यातनाएं सहीं, अमेरिका पहुंचते ही पकड़ा गया: 35 लाख रुपए लेकर युवक को अवैध रूप से यूएस भेजने वाले दो एजेंटों पर एफआईआर – Gujarat News https://karnavati24news.com/news/29617 https://karnavati24news.com/news/29617#respond Tue, 11 Mar 2025 13:11:52 +0000 https://karnavati24news.com/?p=29617 सूरत के पंकज रावत ने करीब 6 महीने पहले अमेरिका जाने के लिए घर छोड़ा, तो उसकी आंखों में सपने थे-एक बेहतर भविष्य, समृद्धि के। लेकिन किसे पता था कि यह सफर उसे सफलता की ओर नहीं, बल्कि बेड़ियों में जकड़े एक अपराधी की तरह भारत वापस ले आएगा। पंकज...

The post 6 महीने की यातनाएं सहीं, अमेरिका पहुंचते ही पकड़ा गया: 35 लाख रुपए लेकर युवक को अवैध रूप से यूएस भेजने वाले दो एजेंटों पर एफआईआर – Gujarat News appeared first on Karnavati 24 News.

]]>

सूरत के पंकज रावत ने करीब 6 महीने पहले अमेरिका जाने के लिए घर छोड़ा, तो उसकी आंखों में सपने थे-एक बेहतर भविष्य, समृद्धि के। लेकिन किसे पता था कि यह सफर उसे सफलता की ओर नहीं, बल्कि बेड़ियों में जकड़े एक अपराधी की तरह भारत वापस ले आएगा। पंकज रावत ने यू

.

प्रतीकात्मक फोटो।

अमेरिका पहुंचते ही पकड़ा गया अमेरिका में आवास, भोजन और काम दिलाने के बहाने 35 लाख रुपए वसूलने के बाद दो एजेंट अवैध रूप से अमेरिका में घुसपैठ कर गए। गुयाना, बेलीज़, पेरू, कोलंबिया, पनामा और मैक्सिको के खतरनाक जंगलों में छह महीने की यातना के बाद, टिकैट सीमा पार कर संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश कर गया। छह महीने तक कष्ट सहने के बाद अमेरिका पहुंचने पर अमेरिकी पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया, 14 दिन तक हिरासत में रखा और फिर भारत भेज दिया। इस मामले में हरियाणा में शिकायत दर्ज होने के बाद उसे सूरत स्थानांतरित कर दिया गया और क्राइम ब्रांच में एजेंटों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

सूरत के डिंडोली के रामी पार्क सोसायटी निवासी 36 वर्षीय पंकज रावत रामेश्वरदास एक कंपनी में काम करता था। पंकज अमेरिका जाना चाहता था। जनवरी 2024 में उसकी मुलाकात अब्दुल और प्रदीप से हुई। दोनों ने खुद को एजेंट बताया और कई लोगों को अमेरिका भेजने की बात कही। उन्होंने अमेरिका में आवास, भोजन और रोजगार उपलब्ध कराने का भी वादा किया।

प्रतीकात्मक फोटो।

प्रतीकात्मक फोटो।

दोनों एजेंट्स को 35 लाख रुपए दिए दोनों ने अमेरिका में रहने, खाने और काम के लिए 35 लाख रुपए मांगे थे। पंकजभाई ने सचिन के घर पर अब्दुल को 20 लाख रुपए दिए। इसके बाद अब्दुल ने पंकज को दिल्ली के अशोक विहार बुलाया, जहां उसने 15 लाख रुपये नकद लिए। फिर 6-8-24 को अब्दुल ने मुंबई एयरपोर्ट से गुयाना का टिकट खरीदा और गुयाना के टिमरी एयरपोर्ट पर पंकजभाई को भेज दिया। एक अन्य एजेंट प्रदीप व्हाट्सएप पर लगातार संपर्क में था। गुयाना पहुंचकर अब्दुलना डोनकर ने पंकजभाई से सिम कार्ड और पासपोर्ट ले लिया।

पंकज को 25 दिनों तक एक घर में बंधक बनाकर रखा इसके बाद पंकज को गुयाना से खतरनाक जंगलों के रास्ते टैक्सी से ब्राजील भेज दिया गया। 10 दिन ब्राजील में रहने के बाद अब्दुल डोनकर ने पंकज को बस के जरिए ब्राजील से पेरू भेज दिया। फिर टैक्सी द्वारा पेरू से इक्वाडोर भेजा गया। इक्वाडोर में अब्दुल के डोनकर ने पंकज को पच्चीस दिनों तक बंदी बनाकर रखा। इसके बाद कोलंबिया के मॉन्टेरी में एक घर में चार महीने तक बंदी बनाकर रखा। जब परेशान होकर पंकज ने दोनों से पैसे वापस मांगे तो उन्होंने देने से इंकार कर दिया और विदेश में जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद डोनकर ने पंकज को पनामा के जंगलों में भेज दिया।

अमेरिका में प्रवेश करते ही पुलिस ने पकड़ लिया पनामा से पंकज को कोस्टा रिका भेज दिया गया। वहां से उन्हें बस द्वारा होंडुरास भेजा गया, होंडुरास से निकारागुआ और फिर ग्वाटेमाला भेजा गया। ग्वाटेमाला में 15 दिन रोकने के बाद मैक्सिको सिटी भेज दिया गया और 1 फरवरी 2025 को टिकैट बॉर्डर के जरिए अमेरिका में प्रवेश करा दिया। लेकिन अमेरिका में दाखिल होते ही पंकज को यूएस पुलिस ने पकड़ लिया। इसके बाद उन्हें 14 दिनों के लिए गिरफ्तार कर लिया गया और अमेरिका से एक सैन्य जहाज से भारत भेज दिया गया।

The post 6 महीने की यातनाएं सहीं, अमेरिका पहुंचते ही पकड़ा गया: 35 लाख रुपए लेकर युवक को अवैध रूप से यूएस भेजने वाले दो एजेंटों पर एफआईआर – Gujarat News appeared first on Karnavati 24 News.

]]>
https://karnavati24news.com/news/29617/feed 0
US से डिपोर्ट होने वालों की राह देख रहे माता-पिता: बेटी यूरोप से अमेरिका पहुंच गई तो बेटा घर बेचकर जा पहुंचा, परिवार को पता ही नहीं – Gujarat News https://karnavati24news.com/news/28243 https://karnavati24news.com/news/28243#respond Thu, 06 Feb 2025 11:10:42 +0000 https://karnavati24news.com/?p=28243 निर्वासित गुजरातियों में 28 लोग उत्तर गुजरात के हैं। इनमें से 4 लोग मध्य गुजरात से हैं और एक दक्षिण गुजरात से है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने पदभार संभालते ही अवैध रूप से अमेरिका में घुसे भारतीयों समेत नागरिकों को वापस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते...

The post US से डिपोर्ट होने वालों की राह देख रहे माता-पिता: बेटी यूरोप से अमेरिका पहुंच गई तो बेटा घर बेचकर जा पहुंचा, परिवार को पता ही नहीं – Gujarat News appeared first on Karnavati 24 News.

]]>

निर्वासित गुजरातियों में 28 लोग उत्तर गुजरात के हैं। इनमें से 4 लोग मध्य गुजरात से हैं और एक दक्षिण गुजरात से है।

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने पदभार संभालते ही अवैध रूप से अमेरिका में घुसे भारतीयों समेत नागरिकों को वापस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते बुधवार को अमेरिकी वायुसेना का एक विमान पंजाब के अमृतसर पहुंचा, जिसमें अवैध रूप से वहां रह रहे भारतीयों को

.

गुजरात के रहने वाले लोग आज सुबह अमृतसर से अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे। निर्वासित गुजरातियों में 28 लोग उत्तर गुजरात के हैं। इनमें से 4 लोग मध्य गुजरात से हैं और एक दक्षिण गुजरात से है। इसी के चलते दिव्य भास्कर की टीम ने मेहसाणा, पाटण और गांधीनगर में रहने वाले उनके परिजनों से बातचीत की। इस दौरान लंबे समय से अपने बच्चों का इंतजार कर रहे माता-पिता ने उनकी हालत पर दुख व्यक्त किया और उनके सकुशल लौट आने के लिए भगवान का धन्यवाद दिया।

पाटण तालुका के मनुद गांव में रहने वाले केतुल पटेल के माता-पिता।

सबसे पहले दिव्य भास्कर की टीम पाटण तालुका के पाटण तालुका के मनुद गांव पहुंची। यहां रहने वाले केतुल पटेल आज अपने परिवार के साथ अमेरिका से स्वदेश लौट रहे हैं। केतुल मूल रूप से पाटण के रहने वाले हैं, लेकिन हीरे का कारोबार शुरू करने के लिए 25 साल पहले परिवार के साथ सूरत में बस गए थे। लेकिन, बिजनेस में घाटे के बाद उन्होंने अपना मकान बेच दिया था और एक एजेंट के जरिए अवैध रूप से अमेरिका पहुंच गए। आज, यह समाचार सुनकर कि उनके बेटे और उसके परिवार को अमेरिका से निर्वासित कर दिया गया है, पाटन में रहने वाले उनके माता-पिता के होठों पर केवल एक ही शब्द है… वे सुरक्षित वापस लौट आएं।

केतुल की मां हीराबेन पटेल ने कहा- हम चिंतित हैं, लेकिन भगवान को जो अच्छा लगे, वही सही है। हमारे लिए केवल यही बात मायने रखती है कि बस सुरक्षित घर पहुंच जाए। उन्होंने खेत बेचकर अपने दो बेटों को मकान खरीदने के लिए पैसे दे दिए थे। केतुल ने अपना हिस्सा वाला मकान बेच दिया और अमेरिका चला गया। वह 5-6 महीने पहले ही 50 लाख रुपए खर्च कर अमेरिका गया था। टीवी पर देखकर मुझे पता चला कि ट्रम्प सभी को वापस भेज रहे हैं, तो मैंने सोचा कि हमारा बेटा भी इसमें शामिल होगा और वही हुआ। बेटे के अमेरिका जाने के बाद से ही उससे अब तक बात नहीं हुई है। अब मेरा बेटा वापस आए रहा है। हम शांति और खुशी से रहेंगे।

डभाला तालुका के पास चंद्रपाड़ा में रहने वाली निकिता के पिता कनुभाई।

डभाला तालुका के पास चंद्रपाड़ा में रहने वाली निकिता के पिता कनुभाई।

बेटी यूरोप घूमने गई थी, पता नहीं अमेरिका कैसे पहुंच गई इसके बाद हमारी टीम कनुभाई के घर पहुंची, जो मेहसाणा के डभाला के पास चंद्रपाड़ा में रहते हैं। जिनकी बेटी आज एक महीने बाद अमेरिका से लौट रही है। जब उनकी बेटी ने पिता कनुभाई से पूछा बेटी के अमेरिका जाने के बारे में पूछा तो उन्होंने चौंकाने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा- मेरी बेटी निकिता तो यूरोप घूमने गई थी, हमें पता ही नहीं कि वह अमेरिका कैसे पहुंच गई।

इस बारे में उन्होंने विस्तार से बताया- मेरी बेटी ने एमएससी की पढ़ाई की है, लेकिन उसे अभी तक अच्छी जब नहीं मिल पाई है। करीब एक महीने पहले ही अचानक बेटी ने अपने दोस्तों के साथ यूरोप घूमने की योजना बनाई थी। निकिता अपनी दो सहेलियों के साथ गई थी। आखिरी बार मैंने उनसे 15 जनवरी को बात की थी और उसके बाद से हमारी उससे बात नहीं हुई। हमें तो यह भी नहीं पता कि हमारी बेटी अमेरिका कैसे पहुंची। पैसा कमाने के लिए इस तरह अमेरिका जाने का तरीका सही नहीं है। लोग पैसे लेकर जाते हैं और फिर खाली हाथ घर लौट आते हैं। बेटी घर आएगी तो हम उसे कोई काम दिलवा देंगे।

मानसा तालुका के बोरू गांव में रहने वाले करण सिंह की मां।

मानसा तालुका के बोरू गांव में रहने वाले करण सिंह की मां।

बेटे को दोबारा कहीं नहीं जाने दूंगी मानसा तालुका के बोरू गांव के मूल निवासी करण सिंह और उनके परिवार को भी अमेरिका से निर्वासित कर दिया गया है। इस बारे में करण की मां ने कहा- मेरा बेटा एक महीने पहले ही अमेरिका गया था। हमें नहीं पता कि अमेरिका जाने के लिए उसने कौन सा तरीका अपनाया। टीवी पर देखकर हमको मालूम हुआ कि बहुत से गुजराती भी वापस आ रहे हैं। जो भी हो, मैं अपने बेटे को अब कहीं नहीं जाने दूंगी।

यात्रियों में से अधिकांश युवा सुबह जब विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे से इन्हें बाहर निकाला गया तो स्थानीय पुलिस ने उनके पासपोर्ट और संपर्क नंबरों का सत्यापन किया। अमृतसर से पहले से आई सूची के अनुसार सभी को बाहर निकाला गया। आने वाले यात्रियों में से अधिकांश युवा थे। इसमें एक परिवार का सदस्य भी शामिल है और अब स्थानीय एलसीबी इस बारे में प्रारंभिक बयान लेगी कि कब इन सभी की आगे की जांच की जाएगी और आगे की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा।

दो परिवार भी शामिल जबकि मनसाणा में गोस्वामी हार्दिक मुकेशगिरी (उम्र 29), गोस्वामी हिमानी हार्दिकगिरी (उम्र 27), गोस्वामी हेमल हार्दिकगिरी (उम्र 8), गोस्वामी ध्रुव हार्दिकगिरी (उम्र 5) के साथ-साथ जिग्नेश प्रभातभाई झाला (उम्र 37), अरुणाबेन जिग्नेश झाला (उम्र 34), जाला एंजल जिग्नेश झाला (उम्र 11) और माही जिग्नेश झाला शामिल हैं। दो परिवारों को भी वापस लाया गया है।

The post US से डिपोर्ट होने वालों की राह देख रहे माता-पिता: बेटी यूरोप से अमेरिका पहुंच गई तो बेटा घर बेचकर जा पहुंचा, परिवार को पता ही नहीं – Gujarat News appeared first on Karnavati 24 News.

]]>
https://karnavati24news.com/news/28243/feed 0
US से बेटी के लौटते ही पिता फूट-फूटकर रो पड़े: भाई ने कहा कि प्लेन में हथकड़ी लगाए जाने से बहन के दिमाग पर गहरा असर हुआ – Gujarat News https://karnavati24news.com/news/28237 https://karnavati24news.com/news/28237#respond Thu, 06 Feb 2025 10:10:12 +0000 https://karnavati24news.com/?p=28237 सुबह की फ्लाइट से अमृतसर से अहमदाबाद हवाई अड्डे पहुंचे गुजराती। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने पदभार संभालते ही अवैध रूप से अमेरिका में घुसे भारतीयों समेत नागरिकों को वापस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते बुधवार को अमेरिकी वायुसेना का एक विमान पंजाब के अमृतसर पहुंचा, जिसमें...

The post US से बेटी के लौटते ही पिता फूट-फूटकर रो पड़े: भाई ने कहा कि प्लेन में हथकड़ी लगाए जाने से बहन के दिमाग पर गहरा असर हुआ – Gujarat News appeared first on Karnavati 24 News.

]]>

सुबह की फ्लाइट से अमृतसर से अहमदाबाद हवाई अड्डे पहुंचे गुजराती।

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने पदभार संभालते ही अवैध रूप से अमेरिका में घुसे भारतीयों समेत नागरिकों को वापस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते बुधवार को अमेरिकी वायुसेना का एक विमान पंजाब के अमृतसर पहुंचा, जिसमें अवैध रूप से वहां रह रहे भारतीयों को

.

बेटी को देखते ही पिता फूट-फूटकर रोने लगे

अहमदाबाद एयरपोर्ट से गुजरातियों की बाहर लाती हुई पुलिस।

गुजरात के रहने वाले लोग आज सुबह अमृतसर से अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे। निर्वासित गुजरातियों में 28 लोग उत्तर गुजरात के हैं। इनमें से 4 लोग मध्य गुजरात से हैं और एक दक्षिण गुजरात से है। वडोदरा के लूना गांव में रहने वाली एक लड़की जैसे ही अपने घर पहुंची, उसका परिवार भावुक हो गया। बेटी के देखते ही पिता फूट-फूटकर रोने लगे। वहीं, भाई ने कहा कि प्लेन में हथकड़ी लगाए जाने से बहन के दिमाग पर गहरा असर हुआ है।

अहमदाबाद पहुंचने के बाद पुलिस ने इन लोगों को अपने वाहनों से उनके गृहनगर तक पहुंचाया। अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे 33 गुजरातियों से यहां पूछताछ नहीं की गई। लेकिन, उनके गृहनगर ले जाए जाने के बाद, प्रत्येक जिले के एलसीबी कार्यालयों द्वारा उनसे पूछताछ की जाएगी।

अमेरिकी सेना ने एक लाइन में चेन से बंधे भारतीयों को प्लेन में चढ़ाया।

अमेरिकी सेना ने एक लाइन में चेन से बंधे भारतीयों को प्लेन में चढ़ाया।

फिलहाल नहीं हो रही पूछताछ- एसीपी अहमदाबाद के एच डिवीजन एसीपी आरडी ओजा ने बताया कि अमृतसर फ्लाइट से आए 33 लोगों को उनके घर भेज दिया गया है। वे जिस भी जिले से आए हैं, उन्हें वहां की पुलिस के साथ भेज दिया गया है। इस समय कोई पूछताछ नहीं की गई है।

यात्रियों में से अधिकांश युवा सुबह जब विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे से इन्हें बाहर निकाला गया तो स्थानीय पुलिस ने उनके पासपोर्ट और संपर्क नंबरों का सत्यापन किया। अमृतसर से पहले से आई सूची के अनुसार सभी को बाहर निकाला गया। आने वाले यात्रियों में से अधिकांश युवा थे। इसमें एक परिवार का सदस्य भी शामिल है और अब स्थानीय एलसीबी इस बारे में प्रारंभिक बयान लेगी कि कब इन सभी की आगे की जांच की जाएगी और आगे की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा।

The post US से बेटी के लौटते ही पिता फूट-फूटकर रो पड़े: भाई ने कहा कि प्लेन में हथकड़ी लगाए जाने से बहन के दिमाग पर गहरा असर हुआ – Gujarat News appeared first on Karnavati 24 News.

]]>
https://karnavati24news.com/news/28237/feed 0