बेटी को सपना आया था कि इस मंदिर के शिवलिंग घर में स्थापित करने से खूब उन्नति होगी।
बेटी को सपना आया और पूरा परिवार शिवलिंग चुरा ले गया। परिवार दो कारों में सामान भरकर द्वारका पहुंचा। समुद्र तट पर स्थित प्राचीन भीडभजन भवानीश्वर महादेव मंदिर के आसपास के निर्जन क्षेत्र में रेकी की। इसके बाद मौका मिलते ही शिवरात्रि से एक दिन पहले शिवलि
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यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि गुजरात में भगवान श्रीकृष्ण की नगरी द्वारका की एक सच्ची घटना है। शिवरात्रि से एक दिन पहले देवभूमि द्वारका के प्राचीन शिव मंदिर से शिवलिंग चोरी हो जाने से हड़कंप मच गया था। जिला पुलिस प्रमुख ने तुरंत एक एसआईटी का गठन किया और डॉग स्क्वायड की भी मदद ली गई। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर शिवलिंग भी जब्त कर लिया है।
चोरी में चार युवकों के साथ तीन महिलाएं भी शामिल पुलिस को आरोपियों से मिली जानकारी के मुताबिक, साबरकांठा जिले के निवासी महेंद्र कुमार उर्फ रमेश करणसिंह मकवाना की भतीजी को रात में एक सपना आया थे। इसमें उसने देखा कि द्वारका जिले में हरसिद्धि मंदिर के पास समुद्र तट पर स्थित भीडभंजन महादेव मंदिर का शिवलिंग लाकर अपने घर में स्थापित किया जाए तो खूब उन्नति और लाभ होगा। इसी के चलते जगतसिंह उदयसिंह मकवाना (उम्र 55), वनराजसिंह समरसिंह मकवाना (उम्र 40), मनोज अमरतसिंह मकवाना (उम्र 19) और महेंद्रकुमार मकवाना और तीन अन्य महिलाओं ने मिलकर शिवलिंग चोरी करने की साजिश रची।
शिवलिंग चुराने इलाके की रैकी भी की चार लोग शिवलिंग चुराने के लिए दो अलग-अलग वाहनों में सवार होकर यहां आए और दो-तीन रुककर रैकी की। महाशिवरात्रि से ठीक एक दिन पहले आरोपी महादेव मंदिर में स्थापित शिवलिंग उठाकर समुद्र तट तक लाए और शिवलिंग उखाड़कर अपने घर पर स्थापित कर दिया। इतना ही नहीं, सभी ने महाशिवरात्रि पर धूमधाम से शिवलिंग की पूजा भी की।