प्रदेश व्यापी बिजली संगठनों की हड़ताल पर आज शुक्रवार को लखनऊ में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि, “बातचीत के रास्ते खुले हैं लेकिन जनता को जानबूझकर कर परेशान करने वाले तत्वों के साथ सख्ती बरती जाएगी।” वहीँ बिजली के सप्लाई में दिक्कत पैदा करने वालों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा, “बिजली आपूर्ति बाधित करने वाले तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। उनकी सेवाएं भी समाप्त की जाएंगी। इसके लिए सभी जिलों के डीएम का सहयोग लिया जा रहा है। वहीं नेशनल ग्रिड से जुड़े कार्यालय में बृहस्पतिवार रात 11 बजे के बाद सिस्टम ठप करने का प्रयास करने वाले कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई होगी।”
उन्होंने कहा कि, “बिजली आपूर्ति फिलहाल हमारे नियंत्रण में है। प्रदेश में चार हजार मेगावाट सरप्लस आपुर्ति है। छोटी मोटी घटना के अलावा कुछ भी नही है। विद्युत प्रवाह बना हुआ है।” जनता से अपील करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा की “जनता से अपील की कि ये चुनौती की घड़ी है संयम बनाए रखें। जो कर्मचारी सरकार के साथ है अपनी सेवा देना चाहता है उसे कोई रोके ना इसका ध्यान जनप्रतिनिधि रखे। हमारे काम मे विध्न डालने वाला को ऐसा करने से रोके जहां विद्युत प्रवाहित न हो। लाइन में फाॅल्ट करने वालों जंगल आकाश, पाताल से में भी खोज निकालेंगे।” उन्होंने सरकार के साथ खड़े संगठनों को धन्यवाद भी किया और कहा, “हमारे कार्य मे अलग अलग नौ संगठन जो हमारे साथ है हम उनको धन्यवाद करते हैं।”
गौरतलब है की 23 वर्ष के बाद उत्तर प्रदेश में बिजलीकर्मी अपनी मांगो को लेकर गुरूवार की रात 10 बजे से हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल को टालने के लिए ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कल दिन में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से बातचीत भी करी थी लेकिन उस बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला।