नरेन्द्र मोदी सरकार को दुसरी बार बडी जीत हांसील करने के बाद सत्ता पे आने का मौका मिला था। अभी सब की निगाहे 2019 के बाद लोकसभा के चुनाव को लेके है। एक साल के बाद 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी जीत की हैट्रिक दर्ज करने के लिए मैदान में उतरेगी। इसके लिए बीजेपी ने अलग-अलग रणनीति बनानी शुरू कर दी है। आदिवासी मतदाताओं का पीएम मोदी पर भरोसा है, जिसके कारण बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित 47 सीटों में से 31 पर जीत हासिल की।
देश में 10 करो़ड से भी ज्यादा आदिवासी समुदाय
2019 के लोकसभा चुनाव में आदिवासी मतदाताओं ने खुलकर पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर बीजेपी को वोट दिया था। देश भर में लगभग 10.5 करोड़ आदिवासी समुदाय हैं और आदिवासी मतदाता लगभग 8.9 प्रतिशत हैं। ऐसे में कुल 543 लोकसभा सीटों में से 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
आदिवासी वोटर्स पे फोकस
आदिवासी समुदाय बीजेपी को चुन रहा है। यही वजह है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में आदिवासी वोटरों ने खुलकर पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर बीजेपी को वोट दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आदि महोत्सव का उद्घाटन किया। 12 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में आदिवासी संस्कृति, हस्तशिल्प, भोजन, वाणिज्य और पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन किया जाता है। आदि महोत्सव जनजातीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में ले जाने का एक मंच है। आदि महोत्सव में आदिवासी हस्तशिल्प, हस्तशिल्प, पेंटिंग, आभूषण, गन्ना और बांस, मिट्टी के बर्तन, भोजन और प्राकृतिक उत्पाद, उपहार, आदिवासी व्यंजनों के प्रदर्शन और स्टॉल हैं।
कमजोर सीटो पे ज्यादा फोकस
2019 में पार्टी उन सीटों पर ज्यादा ध्यान दे रही है, जहां बीजेपी को सफलता नहीं मिली। जिस तरह बीजेपी ने गुजरात में जो कमजोर सीटे थी कोंग्रेस पार्टी की परंपरागत सीटे थी उस पे ज्यादा फोकस किया था। ईसी रणनिती को आगे बढाया जाएगा।