जब हड्डियों में दर्द होने लगा तो उन्होंने बिना डॉक्टरी जांच कराए ही कैल्शियम लेना शुरू कर दिया। क्योंकि, सभी जानते हैं कि मजबूत हड्डियों के लिए यह जरूरी है। लेकिन, यह खतरनाक है। खासकर तब जब आप शरीर द्वारा इसे अवशोषित करने के लिए आवश्यक विटामिन डी नहीं ले रहे हों।
2,650 लोगों पर शोध
यूके में 2,650 लोगों पर किया गया यह अध्ययन हार्ट जर्नल में प्रकाशित हुआ था। शोध के अनुसार, कैल्शियम की गोली से वयस्कों में दिल का दौरा पड़ने से मरने का जोखिम सामान्य आबादी की तुलना में लगभग एक तिहाई (33%) अधिक है। शोध से पता चला है कि अगर अलग से लिया गया कैल्शियम शरीर में अवशोषित नहीं होता है, तो हृदय के अंदर महाधमनी वाल्व का खुलना पूरी तरह से बंद हो सकता है।
विटामिन डी दिल की समस्याओं से मरने के जोखिम को दोगुना करता है
साथ ही उन पर कैल्शियम की परत के कारण स्टेनोसिस वाल्व लीफलेट्स के खुलने और बंद होने की क्षमता प्रभावित होती है। इससे शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। अमेरिका के ओहियो में क्लीवलैंड क्लिनिक फाउंडेशन के शोधकर्ताओं ने 5 साल के अध्ययन में यह भी पाया कि इसके साथ विटामिन डी नहीं लेने से दिल की समस्याओं से मरने का खतरा दोगुना हो जाता है।
इससे पहले 2010 में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि कैल्शियम लेने वालों में हार्ट अटैक की दर काफी ज्यादा होती है। फिर 2019 में, टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने 27,000 अमेरिकी वयस्कों के रिकॉर्ड का विश्लेषण किया और उच्च कैल्शियम सेवन और कैंसर के बीच एक लिंक पाया।
गोलियों से अच्छा प्राकृतिक कैल्शियम, यह भी है जरूरी
कैल्शियम हड्डियों और दांतों के लिए जरूरी है। इसकी कमी से बच्चों में रिकेट्स हो सकता है, जो आगे चलकर ऑस्टियोमलेशिया और ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकता है। यह डेयरी उत्पादों, हरी पत्तेदार सब्जियों और कुछ मछलियों में आसानी से उपलब्ध है।