उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में दो दलित लड़कियों की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जो लोग बलात्कारियों को जेल से रिहा करते हैं और सम्मान देते हैं, उनसे महिलाओं की सुरक्षा की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया – “लखीमपुर में दिन-दहाड़े, दो नाबालिग दलित बहनों के अपहरण के बाद उनकी हत्या, बेहद विचलित करने वाली घटना है।बलात्कारियों को रिहा करवाने और उनका सम्मान करने वालों से महिला सुरक्षा की उम्मीद की भी नहीं जा सकती। हमें अपनी बहनों-बच्चियों के लिए देश में एक सुरक्षित माहौल बनाना ही होगा।”
ऐसा मालूम होता है की इस टिप्पणी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिलकिस बानो मामले का जिक्र करते दिख रहे हैं, जिसमें गुजरात सरकार ने 15 अगस्त को उम्रकैद की सजा पाए 11 दोषियों को रिहा किया था.
बिलकिस बानो केस में उम्रकैद की सजा पाने वाले सभी 11 दोषियों को 2008 में दोषी ठहराया गया था और उन्हें पिछले महीने गुजरात में माफी की नीति के तहत जेल से रिहा कर दिया गया था।
मार्च 2002 में गोधरा दंगों के दौरान, दंगाइयों ने बिलकिस बानो के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था। बिलकिस बानो उस समय पांच महीने की गर्भवती थी। गुन्हेगारोंने उसकी तीन साल की बेटी समेत उसके परिवार के 14 सदस्यों की हत्या कर दी थी।
राहुल गांधी ने देश में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “हमें देश में अपनी बहनों और लड़कियों के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाना ही होगा।”
इससे पहले, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने लखीमपुर खीरी जिले में अनुसूचित जाति समुदाय की दो दलित बहनों के शव एक पेड़ से लटके पाए जाने के बाद राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की थी। ट्विटर पर बसपा प्रमुख ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि यूपी में अपराधी बेखौफ हैं क्योंकि सरकार की प्राथमिकताएं गलत हैं.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी बुधवार को घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि दोनों बहनों की हत्या ‘दिल दहला देने वाली’ है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “लखीमपुर (उप्र) में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है। परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था। रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती।आखिर उप्र में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं?”
लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि इस मामले में छोटू, जुनैद, सोहेल, हाफिजुर, करीमुद्दीन और आरिफ नाम के कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एसपी के मुताबिक मुठभेड़ में आरोपी जुनैद पकड़ा गया जहां उसके पैर में गोली लगी और उसने खुलासा किया कि आरोपी मृतक लड़कियों के दोस्त थे. उन्होंने लड़कियों के साथ बलात्कार करने के बाद उनका गला घोंट दिया और फिर पेड़ से लटका दिया।