हर्पीज़ एक लम्बे समय तक होने वाली बीमारी में जो वायरस के कारण होती हे, यह एक संक्रामक रोग है। यह वायरस बाहरी जननांगो और शरीर के अन्य भागो की त्वचा को प्रभावित करता है। हर्पीज़ में खुजली वाले दर्दनाक फफोले या घाव हो जाते है
हर्पीज़ के लक्षण :
- इसकी वजह से रोगी को त्वचा में जलन और खुजली होती है।
- इसकी कारण बुखार भी आ सकता है
- लसिका ग्रंथि में सूजन
- सर दर्द और थकान रहती है
- भुखं कम लगती है।
परहेज़ :
- घाव को बार बार हाथ न लगाए
- घाव को जितना हो सके सूखा रखें। बार बार धोने से बचे।
- ऑयली और मसाले दार खाना न खाए।
- गर्म पानी का यूज़ न करें।
- चॉकलेट , बादाम न खाए।
घरेलु उपचार :
- अधिक से अधिक ठन्डे पानी से नहाये
- ढीले कपडे पहले घाव पर लोशन या क्रीम लगाए
- बर्फ को सीधे नै बल्कि किसी कपडे में लेकर घाव पर सिकाई करे।
ज्यादा तरल पदाथ ले। भरपूर मात्रा में पानी पिये।