जब कोई महिला अपने बच्चे के साथ ट्रेन में अकेली यात्रा करती है तो उसे लोअर बर्थ देने का नियम है, लेकिन बच्चे के सीट से गिरने का भी डर रहता है। अब भारतीय रेलवे ने एक अनूठी सुविधा दी है ताकि छोटे बच्चे अपनी मां के साथ आराम से सो सकें। रेलवे ने महिलाओं के लिए लोअर बर्थ के साथ ‘बेबी बर्थ’ की भी व्यवस्था की है।
आइए जानते हैं कि कैसे रेलवे की इस सेवा का फायदा उठाया जा सकता है…
यह सुविधा क्यों शुरू की गई?
ट्रेन की आरक्षित बर्थ की चौड़ाई कम है। इस वजह से महिलाओं को बच्चों के साथ यात्रा करने में परेशानी होती है। खासकर रात के सफर में सबसे ज्यादा सोने में दिक्कत होती है। इसलिए महिला के लिए आरक्षित लोअर बर्थ के साथ बेबी बर्थ की भी व्यवस्था की गई है। इस बेबी बर्थ में इस बात का ख्याल रखा गया है कि बच्चा बर्थ से नीचे न गिरे।
क्या हर ट्रेन में बेबी बर्थ की सुविधा शुरू हो गई है?
लखनऊ डीआरएम ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि फिलहाल लखनऊ मेल कोच नंबर 194129/बी4, बर्थ नंबर 12 और 60 में एक बेबी बर्थ शुरू किया गया है। इससे मां को अपने बच्चे के साथ यात्रा करने में आसानी होगी। यात्रियों का रिस्पांस मिलने के बाद इसे अन्य ट्रेनों में भी लगाया जाएगा। इससे स्पष्ट है कि फिलहाल लखनऊ मेल में दो बर्थ की व्यवस्था की गई है।
इस बच्चे के जन्म के बारे में क्या खास है?
बच्चे की सुविधा के लिए बेबी बर्थ में स्टॉपर लगाया गया है। इसके ऊपर एक छोटा सा हैंडल और साइड में एक रॉड भी होता है, ताकि सोते समय बच्चा सुरक्षित रहे। इसमें दोनों तरफ तकिए रखकर बच्चे को सुलाया जा सकता है। यह मेन बर्थ सीट से जुड़ा हुआ है और फोल्डेबल भी है।
बच्चे के जन्म में दो बेल्ट होते हैं। इस बेल्ट से बच्चे को पूरी तरह सुरक्षित किया जा सकता है। मां सो रही है तो भी बेल्ट की वजह से बच्चा नहीं गिरेगा।
बच्चे के जन्म के लिए अलग से कितना पैसा देना होगा?
रेलवे बच्चे के बर्थ के लिए कोई अतिरिक्त किराया नहीं लेगा। इसके लिए आरक्षण के दौरान बच्चे का नाम फॉर्म भरना होगा। तभी यात्रा में आपको संतान की प्राप्ति होगी।